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Haryana का एक ऐसा अनोखा गांव, जहां हर घर का बच्चा है भारतीय सेना में तैनात, यहां जानें उनके जज्बे और जुनून की कहानी

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आज पूरे देशभर में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा हैं, क्योंकि इसी दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ था, आज़ादी के पूरे 3 साल बाद। वैसे आज शहर में 800 जगहों पर तिरंगा फहराया गया है, साथ ही सेक्टर 12 के परेड मैदान पर जिलास्तर का समारोह आयोजित किया गया है। इस समारोह के मुख्य अतिथि परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा रहें, उन्होंने यहां पर ध्वजारोहण किया और परेड को सलामी दी।

Haryana का एक ऐसा अनोखा गांव, जहां हर घर का बच्चा है भारतीय सेना में तैनात, यहां जानें उनके जज्बे और जुनून की कहानी

इसके अलावा उन्होंने सेक्टर 12 के युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी। क्योंकि हमारे जवान ही है जो देश को दुश्मनों से बचा कर रखते है। और समय आने पर अपने प्राणों की भी आहूति दे देते है। वेसे आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्रदेश में एक ऐसे गांव भी है जहां के हर घर में से एक नौजवान भारतीय सेना में भर्ती हैं। दरअसल ये गांव यमुनानगर के घाड़ क्षेत्र की पंचायत कल्याणपुर में शामिल तीन गांव कल्याणपुर, अंटारी और बना बहादुरपुर। यहां की आबादी भले ही करीब 2000 के आस पास हों, लेकिन यहां के लोगों में देश भक्ति की भावना कूट कूट कर भरी हुई हैं।

Haryana का एक ऐसा अनोखा गांव, जहां हर घर का बच्चा है भारतीय सेना में तैनात, यहां जानें उनके जज्बे और जुनून की कहानी

अब तक इस गांव में से 400 से अधिक लोग विभिन्न सैन्यबलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, वहीं 100 से अधिक जवान अभी भी सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही देश की रक्षा करते हुए कई युवा शहीद भी हो चुके हैं। बता दें कि इन गांव में सेना में भर्ती होने की तैयारी करने के लिए न तो कोई खेल मैदान है और न ही कोई जिम। इसके बावजूद भी युवा नदी और खेतों में ही तैयारी करके ही सेना में भर्ती होने के सक्षम बनते हैं।

Haryana का एक ऐसा अनोखा गांव, जहां हर घर का बच्चा है भारतीय सेना में तैनात, यहां जानें उनके जज्बे और जुनून की कहानी

इन गांव में कई परिवार तो ऐसे भी हैं, जिनके एक से ज्यादा सदस्य सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन्हीं परिवारों में से एक परिवार हैं दिवंगत हाजी लाल दीन का। दिवंगत हाजी लाल दीन देश की आजादी के बाद कल्याणपुर से सेना में सबसे पहले भर्ती होने वाले व्यक्ति थें। उनके बेटे इकबाल मोहम्मद भी सेना में सूबेदार पद से रिटायर हैं।

इकबाल मोहम्मद ने बताया कि, उन्हें अपने पिता पर गर्व है कि उन्होंने भारतीय सेना में भर्ती होने के माध्यम से देशभक्ति का जो पौधा रोपा था,वह आज गांव में वट वृक्ष बन चुका है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि फिलहाल उनका बेटा जावीर खान व भाई रजाक मोहम्मद देश की सेवा में कार्यरत हैं।

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