ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन का ट्रायल हुआ सफल :- कोरोनावायरस की वैक्सीन बनाने में दुनियाभर के वैज्ञानिक दिन रात लगे हुए हैं। कुछ जगहों से उम्मीद के मुताबिक नतीजे भी मिल रहे हैं। इस बीच खबर यह भी है कि ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल करने के करीब पहुंच गई है।
यूके के मेडिकल जनरल, द लंसेंट के प्रधान संपादक रिचर्ड हॉर्टन ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन पहले और दूसरे चरण के ह्यूमन ट्रायल में सुरक्षित और इम्यून को मजबूत करने में सफल साबित हुई है। इसके नतीजे बेहद ही उत्साहजनक रहे हैं।
परीक्षण में करीब 1,077 लोगों को शामिल किया गया और पाया गया कि जिन्हें वैक्सीन दी गई उनके एंटी बॉडीज और व्हाइट ब्लड सेल्स बने, जो कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम थे। हालंकि अभी भी ये कहना कि ये वैक्सीन बड़े पैमाने पर सुरक्षा प्रदान कर सकती है, जल्दबाजी होगी और अभी बड़े पैमाने पर इसका ट्रायल बाकी है।
ब्रिटेन ने पहले ही वैक्सीन की दस करोड़ डोज सुरक्षित कर ली है। भारत में भी इस वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है। पुणे स्तिथ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का उत्पादन करने का ज़िम्मा मिला है।
कोरोनावायरस की वैक्सीन की दौड़ में फिलहाल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और अस्ट्राजेनिका की वैक्सीन ही सबसे आगे है। एक तरफ जहां कई वैक्सीन अपने अंतिम चरण या एडवांस स्टेज में पहुंचने वाली है, वहीं ऑक्सफोर्ड वैक्सीन इस चरण में पहले से ही है।
अगर सब कुछ सही रहा तो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और अस्ट्राजेनिका की तरफ से त्यार ये वैक्सीन सितंबर तक लोगों के लिए आ जाएगी।
ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर सारा गिलबर्ट ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में अहम भूमिका निभाई है। सारा गिलबर्ट इस वैक्सीन के तीसरे और फाइनल स्टेज का भी नेतृत्व कर रही हैं।
गिलबर्ट का दावा है कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन कोरोनावायरस से लोगों को बचाने में 80 फीसदी तक प्रभावी है। गिलबर्ट का कहना है कि लोगों को ठंड के मौसम में कोरोनावायरस की मार नहीं झेलनी पड़ेगी क्योंकि ये वैक्सीन सितंबर तक आ सकती है।
जहां कई वैक्सीन अपने अंतिम चरण में पहुंचने वाले हैं वहीं ऑक्सफोर्ड वैक्सीन दस हजार लोगों पर अपना आखिरी ट्रायल ख़तम करने वाली है। वैक्सीन टास्क फोर्स की आध्यक्ष केंट बिंघम का कहना है कि ये वैक्सीन पुरी दुनिया में सबसे आगे है और ये किसी भी वैक्सीन से सबसे ज्यादा एडवांस है।
ब्रिटेन के आलावा चीन की सेनोवेक और अमेरिका की वैक्सीन भी ह्यूमन ट्रायल के एडवांस स्टेज में है। पूरी दुनिया बेसब्री से कोरोना की वैक्सीन आने का इंतज़ार कर रही है।
Written by – Ansh Sharma