अपने अपनी ज़िन्दगी में धान हमेशा खाया होगा, पूजा पाठ के लिए प्रयोग किया होगा या उसका कोई ब्यूटी प्रोडक्ट बनाया होगा। लेकिन इन दिनों Faridabad के Surajkund मेले में ओडिसा से आए अर्जुन मुंडा धान के साथ कुछ ऐसा कर रहे है कि उन्होंने लोगो का ध्यान अपनी तरफ खींचा हुआ है। दरअसल वह धान से मूर्ति बना रहे है। जी हाँ आपने बिल्कुल सही पढ़ा है, वह धान से मूर्तिया ही बना रहे है।
बता दें कि वह पिछले 15 सालों से धान की मूर्ति बना रहे है और उन्हें एक मूर्ति बनाने में 3-4 दिनों का समय लगता है। वैसे उनके इस काम में उनकी पत्नी उनका पूरा साथ देती है। इसी के साथ बता दें कि उन्होंने यह कला अपने पिता सदाशिव मुंडा से सीखी है। वैसे उनके पिता अपनी इस अनोखी कला के लिए राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस बार 38 वे अंतरराष्ट्रीय Surajkund मेले का आयोजन 23 फ़रवरी तक किया जा रहा है। इस बार मध्य प्रदेश और ओड़िसा को मेले की थीम state बनाया गया है।