इन दिनों अरावली की हसीन वादियों में 38 वे Surajkund मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस बार मेले में पर्यटकों को देखने के लिए बड़ी ही अनोखी चीज़े मिल रही हैं, जैसे धान से बनी मूर्ति, हाथ की कारीगरी की जुतिया, गाय भैंस के सिंग से बनी कुर्सी आदि। लेकिन इन सभी अनोखी चीज़ो में से एक चीज़ ऐसी भी है जो आपने पहले कभी नहीं देखी होगी। हम बात कर रहे है चाय के खुल्हड़ की, ये खुल्हड़ इस लिए अनोखा है क्योंकि आप इसमें चाय पीने के बाद इसे खा भी सकते है।
बता दें कि इस अनोखे खुल्हड़ को मक्का, रागी, गुड से बनाया गया है और इसकी क़ीमत मात्र 20 रुपए है। अपने अनोखेपन और सस्ता दाम होने की वजह से यह खुल्हड़ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। यहाँ पर हेमशा लोगो की भीड़ उमड़ी रहती है, इस खुल्हड़ का स्वाद चखने के लिए। वैसे मेले में इसे दिल्ली के पुनीत दत्ता लेकर आए हैं और उनकी यह स्टाल पर्यावरण संरक्षण का एक बेहतरीन उदाहरण पेश कर रही है, क्योंकि इससे प्लास्टिक कचरा कम करने में मदद मिल रही है।
अपने इस खुल्हड़ के बारे में और जानकारी देते हुए पुनीत ने बताया कि,”उनकी चाय की सबसे बड़ी खासियत इसका कप है, जो पूरी तरह प्राकृतिक चीजों से बना है। इसे बनाने के लिए गुड़, बाजरा और मक्का का इस्तेमाल किया गया है। इसमें किसी रंग या केमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है। यह कप चाय को साढ़े पांच घंटे तक गर्म रख सकता है। इसकी खास बात यह है कि जैसे ही आप प्लेन चाय को किसी फ्लेवर वाले कप में डालते हैं, चाय उसी फ्लेवर की हो जाती है।”