अब नहीं दिखेंगे खुले में मृत पशु, जाने कैसे होगा दाह संस्कार

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फरीदाबाद : भूलोक में बेजुबान पशु पक्षियों के जीवन कि यदि बात करें तो पिछले कुछ दिनों से बेजुबान ऊपर अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन ऐसी घटनाएं सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने कई नियम निकाले ।

बता दे फरीदाबाद के उपायुक्त यशपाल यादव ने बेजुबान पर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध सख्त नियम निकाले हैं जहां कहीं बेजुबान ऊपर अत्याचार होता दिखाई दिया तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।

अब नहीं दिखेंगे खुले में मृत पशु, जाने कैसे होगा दाह संस्कार

जानकारी के लिए बताना चाहेंगे इस फैसले के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र में भी मृत पशुओं को खुले में नहीं डाला जाएगा इसके लिए जिला परिषद ने पंचायत विभाग के अधिकारियों संग मिलकर योजना बनाई है इसके तहत गांव मोटूका में एक इलेक्ट्रिकल भट्टी लगेगी इसमें सीएनजी पीएनजी से मृत पशुओं का दाह संस्कार किया जाएगा ।

यहां पर 23 बाई 20 फुट लंबा चौड़ा ₹500000 की लागत से हॉल बनेगा 31.20 रुपए की लागत से भट्टी लगेगी।यह यूनिट 1000 गज की भूमि पर लगेगी इसके लिए ग्राम पंचायत जमीन देगी जल्द ही इस पर काम शुरू भी होगा ।

अब नहीं दिखेंगे खुले में मृत पशु, जाने कैसे होगा दाह संस्कार

इससे पहले आपको बताना चाहेंगे गांव में मृत पशुओं की उठाने के लिए पंचायत समिति हड्डा सिंगा को ठेका छोड़ दी है ठेकेदार मृत पशुओं को उठाकर ले जाते हैं और किसी खुले स्थान पर पशुओं की खाल उतार कर हड्डा और सिंगा को डाल देते हैं ।

इस प्रकार पशुओं के दाह संस्कार के बाद पर्यावरण को भी कम हानी होगी । अब देखना यह है कि कितनी जल्दी इस विषय पर कार्य शुरू होता है और मृत पशुओं का दाह संस्कार किया जाता है