ग्रेटर फरीदाबाद में बिजली चोरी पर लगेगी रोक , चपेट में आ सकते है बड़े बड़े अधिकारी

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फरीदाबाद : जिला फरीदाबाद कि यदि बात करें तो यह शहर औद्योगिक नगरी के नाम से जाना जाता है बड़े-बड़े व्यापारी और बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी आप यहां देख सकते हैं लेकिन इसी के साथ ही इस शहर में पैसा बचाने को लेकर लोग कभी चोरी करते हैं कभी घोटाले करते हैं या फिर इसके अलावा भी कई तरीके है जिसे लोग अवैध रूप से पैसा बचाते हैं।

हरियाणा उत्तर प्रदेश की सीमा के पास कई फार्महाउसेस बने हुए हैं ,सूत्रों के मुताबिक इन फॉर्म हाउस इसमें बिजली चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं इसी कड़ी में हरियाणा बिजली वितरण निगम के एसडीओ जेई लाइनमैन और क्लर्क भी इस मामले में फस सकते हैं ।

ग्रेटर फरीदाबाद में बिजली चोरी पर लगेगी रोक , चपेट में आ सकते है बड़े बड़े अधिकारी

बिजली चोरी मामले की जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है वहीं वर्ष 2014 से अब तक खेड़ी सब डिवीजन से जुड़े रहे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है ।यह भी देखा जाएगा कि फार्म हाउस के ट्रांसफार्मर से कहीं और तो बिजली सप्लाई नहीं की जा रही थी ।।

हरियाणा प्रदेश में यह कोई नया मामला नहीं है इससे पहले भी फार्महाउस से बिजली चोरी की घटनाएं सामने आई है। बता दे की प्रदीप के नाम से ही दतिया के पास के गांव किरावली में खेतों सिंचाई के लिए बिजली निगम ने वर्ष 2015 में 15 किलोवाट लोड का बिजली कनेक्शन दिया गया था प्रदीप के कनेक्शन के लिए बिछाई गई लाइनों से दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम हिसार मुख्यालय की टीम ने 44 फॉर्म हाउसों में बिजली चोरी पकड़ी थी।

इतने बड़े फार्महाउसेस आसानी से बिजली चोरी करने में समर्थ है इसलिए इस घटना के ऊपर विचार विमर्श करते हुए सरकार यह भी जानने की कोशिश करेगी कि आखिर बिजली चोरी में किस अधिकारी कर्मचारी और ठेकेदार की दखलअंदाजी है, यह जांच का विषय है।

जानकारी के मुताबिक खेड़ी सबडिवीजन बिजली चोरी के इस मामले के सामने आते ही सरकार की नजर में आ चुका है।ऐसी कई सारी बातें हैं जिनसे खेड़ी सब डिवीजन के अधिकारियों कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं यह भी जांच करनी होगी कि बिल की राशि निगम के खाते में जाती रही या किसी और की जेब भर्ती रही।

यदि इस मामले की जांच पड़ताल ठीक तरह से हुई तो बड़े बड़े अधिकारी भी इस घोटाले की चपेट में आएंगे और उनका पर्दाफाश हो अब देखना यह है कि आखिर कब तक इस मामले की जांच पूर्ण होगी और घोटालेबाज चपेट में आएंगे ।