हरियाणा विधानसभा की ओर से शिक्षा, तकनीकी व वोकेशनल शिक्षा, मेडिकल शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गठित कमेटी की चेयरपर्सन विधायक सीमा त्रिखा, कमेटी के सदस्य होडल से विधायक जगदीय नायर, विधायक शैली व विधायक राम कुमार कश्यप ने शुक्रवार को जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की तथा कोविड-19 के तहत किए जा रहे कार्यों व प्रंबधों की समीक्षा की।
कमेटी की चेयरपर्सन सीमा त्रिखा ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में शहर के अनेक लोग कोरोना वारियर बनकर सामने आए और जरूरतमंदों की मदद की। जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि सभी लोग बहुत ही जिम्मेवारी के साथ कार्य कर रहे हैं।
इस जंग में जिला की अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाएं ऐसी थी, जो स्वयं आगे आई और कहा कि इस जंग में हम आपके साथ हैं। उनके सराहनीय कार्यों के कारण ही बहुत बड़े स्तर पर खाने आदि से मदद पहुंचाई गई।
कोरोना से संक्रमित लोगों की पहचान के लिए किए जा रहे सर्वे में सहयोग किया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी सावधानियों, हेल्प लाइन नंबरों आदि का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। इम्युनिटी बूस्ट करने वाले काढ़ा व आयुष विभाग की इम्युनिटी बूस्ट करने वाली दवाइयों के बारे में जागरूकता लाई जाए तथा लोग इन चीजों को अपने दैनिक जीवन के खानपान में शामिल करें।
उन्होंने कहा कि ब्लड डोनेशन कैंप में रक्तदान करने वाले लोगों का एंटी बाॅडी का भी टेस्ट किया जाए। प्लाज्मा डोनेट करने वाला व्यक्ति सरकारी व्यवस्था के माध्यम से ही डोनेट करे। अगर इस मामले में किसी को ब्लैकमेल किया जा रहा है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।होडल से विधायक जगदीश नायर ने कहा कि शहर के स्लम एरिया या बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
इन एरिया में स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष निगरानी रखें। उन्होंने जिला में मरीजों की संख्या, बेड की उपलब्धतता, हेल्प लाइन सर्विसिज के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर विधायक रामकुमार कश्यप व विधायक शैली ने भी प्रशासनिक प्रबंधों के बारे में जानकारी ली तथा अपने सुझाव भी दिए और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा, जिस पर उपायुक्त ने पूरा करवाने का आश्वासन दिया।
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि जिला में इस समय कोविड-19 के टेस्ट के लिए 11 सेंटर हैं, जिनकी संख्या जल्द ही 45 कर दी जाएगी। इसके बाद बड़ी संख्या में कोविड के टेस्ट करना व रिजल्ट प्राप्त करना संभव होगा। इसके अलावा मोबाइल वैन से भी टेस्टिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस समय कोविड-19 के काॅन्ट्रैक्ट ट्रैसिंग करीब 100 प्रतिशत हो गई है।
इसके बाद संभावना है कि अब कोविड-19 के मरीजों की संख्या में गिरावट आनी शुरू होगी। उन्होंने बताया कि जिला को आठ हिस्सों में बांटकर उनमें इंसीडेंट कमांडर नियुक्त किए गए हैं, जिनके नीचे एक चैन के रूप में मानीटरिंग, सेक्टर व लोकल कमेटियां गठित की गई हैं। इन कमेटियों को पहुंच प्रत्येक घर तक की गई है, ताकि यह कमेटियां अपने एरिया में मरीजों की पहचान करवाना, उन्हें आइसोलेट करना सुनिश्चित करें।
जिला में आयुष विभाग ओर से इम्युनिटी बूस्ट करने वाली गोलियां वितरित की जा रही हैं। जल्द ही सभी मरीजों को कवर कर लिया जाएगा। इसके अलावा जिला में सर्वे के दौरान 50 हजार पंपलेट घरों में बांटे गए हैं, जिनमें जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर व अन्य जरूरी जानकारी उपलब्ध है। लोगों को यह पंपलेट संभाल कर अपने पास रखना चाहिए तथा जरूरत पड़ने पर इसमें उपलब्ध नंबरों पर संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने फरीदाबाद में 10 हजार बेड की सुविधा तैयार करने की तैयारी कर ली है।
अब जरूरत के अनुसार इन बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। इस समय जिला प्रशासन के पास 2 हजार बेड की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन अब तक केवल 700 बेड के करीब ही प्रयोग में लाए जा सके हैं। जिला में मृत्यु दर में कमी आई हैं और डबल रेट भी अधिक दिनों में हो रहा है। लोगों को आइसोलेट करने के लिए प्रत्येक इंसीडेंट कमांडर के एरिया में कोविड केयर सेंटर बनाए जा चुके हैंै। आइसोलेट किए गए मरीजों से लोकल कमेटियां निरंतर संपर्क करती रहती हैं तथा इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाती हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा देश से 20 शहरों में करवाए गए सर्वे में पाया था कि सोशल मीडिया के माध्यम से फरीदाबाद प्रशासन की ओर से 83 प्रतिशत समास्याओं का निवारण किया गया। उपायुक्त ने कहा कि फरीदाबाद में बड़ी मात्रा में स्लम एरिया में पापुलेशन रह रही है। इसके बावजूद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शहर की धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं में मिलकर बहुत अच्छा कार्य किया है और अधिक से अधिक लोगों तक राहत पहुंचाने का काम किया गया है।
इस दौरान जनता व प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी भी एक-दूसरे के काफी नजदीक आए और मिलकर काम किया। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में दिल्ली, मथुरा, आगरा व प्रदेश से दूसरे जिलों के मरीजों का भी इलाज किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि कमेटी द्वारा जो भी सुझाव दिए गए हैं, उन्हें जल्द पूरा किया जाएगा। हेल्थ विभाग की ओर से टेस्टिंग की संख्या काफी बढ़ाई गई है, जिस कारण अधिक मरीज मिले हैं।
इसके अलावा घर-घर तक वालिंटियर व लोकल कमेटियों से माध्यम से प्रतिदिन डाटा लिया जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में लोगों को जागरूक करने में मीडिया ने भी बड़ी भूमिका निभाई है। जिला प्रशासन उन द्वारा किए कार्यों व सहयोग के लिए उनकी प्रशंसा करता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, एसडीएम त्रिलोकचंद, एसडीएम पंकज सेतिया व सीटीएम बलिना, सिविल सर्जन डा. पुनिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।