फरीदाबाद के एक नगर निगम सभागार में कुछ अफ़्सर को शराब पीना महंगा साबित हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद ये मामला डा. यश गर्ग के संज्ञान में आया जिसके बाद इन्होंने जाँच के आदेश चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल को दिए।
एक शिकायतकर्ता ने नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया निगम अफसर अक्सर गाड़ी अंदर लगा कर शराब पीते हैं जिसके बाद डा. यश गर्ग ने जानकारी के आदेश दिए।
कोविड-19 पैंडेमिक की वजह से 33% काम करने वाले ही आते है। फाइनेंस, तोड़ फोड़ ब्रांच और बाकी कुछ जगहों पर गिने चुने लोग ही आते थे और बाक़ियों का वर्क फ्रॉम होम था केन्द्र सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से।
जब इस मामले के बारे में बाकी कर्मचारियों का पता चला तो उन्होंने शराब पीते अफसरों की वीडियो बना ली और उसे वायरल कर दिया। उनके शराब पीने कि शिकायत उन्होंने पहले भी की थी जिसके बाद संबंधित अफसरों को बर्खास्त कर दिया।
डा. यश गर्ग ने बोला कि संबधी कर्मचारियों के बारे में पता चलते ही उन पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।