कोरोना वायरस संकट के बीच सोना-चांदी की कीमतों ने रिकॉर्ड उचाईयों को छुआ है। भारत में सोने की कीमतें लगातार दूसरे दिन नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई। भारतीय बाज़ार में सोने और चांदी की कीमतों में एक दिन में काफी तेजी आई है।
फिलहाल के समय में चांदी का भाव 60,000 रुपए प्रति किलो के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया है। इसी तरह सोना भी 50,000 रुपए प्रति 10 ग्राम की कीमत पर है। लेकिन सवाल यह है कि कोरोना काल में सोने और चांदी की कीमतें क्यों बड़ रही हैं।
गेडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय गेडिया के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के कारण खनन कार्य प्रभावित होने और आपूर्ति बाधित होने से चांदी की कीमतों में ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है।
इसके साथ ही कोरोना काल में निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ निवेशकों का रुझान बढ़ा है। यही वजह है कि मंहगी धातुओं की कीमतों को लगातार सपोर्ट मिल रहा है।
एमसीएक्स पर अगस्त सोना वायदा एक फीसदी बढ़कर 50,010 रुपए प्रति दस ग्राम के नए स्तर पर पहुंच गया। ये पहली बार है जब भारत में सोने की कीमतों ने वायदा बाज़ार में पहली बार 50,000 का आंकड़ा छुआ है।
इसके साथ ही चांदी की कीमतों में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की गई है। गौरलतब है कि आमेरिकी डॉलर में सुस्ती और दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी और अधिक प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद ने सोने और चांदी समेत कीमतों धातुओं की कीमतें बढ़ा दी हैं।
कोरोना महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन की उम्मीद के चलते उध्योगिक गतिविधियों में तेजी आने से चांदी में तेजी आई है। कोरोना महामारी से होने वाले आर्थिक संकट से उबरने के लिए यूरोपियन नेताओं ने 8,650 लाख अमेरिकी डॉलर की प्रोत्साहन योजना पर सहमति जताई है। जानकारों ने आशंका जताई है कि आने वाले समय में सोने और चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
Written by – Ansh Sharma