हरियाणा सरकार पूरी तैयारी में शादियों में मेहमानों की संख्या होगी और कम : कोरोना महामारी से शादी हो या पढाई सबको झुका के रख दिया है | कोरोना काल से पहले जहाँ लोग धूम – धाम से शादियां करते थे, वहीँ अब घर के कुछ सदस्यों को बुला कर घर में ही शादी कर रहे हैं | हरियाणा सरकार शादियों में मेहमानों की संख्या पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है | अभी तक शादियों में 50 लोगों के शामिल होने की छूट है | जल्द ही यह संख्या और कम की जाएगी | यह जानकारी हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका पर सुनवाई के दौरान दी |
शादी ऐसी खुशी होती है, जहाँ आपको बस अपनों का साथ चाहिए होता है | सरकार यदि 50 लोगों से कम लोगों का आदेश जारी करती है तो उस से किसी को अप्पति नहीं होनी चाहिए |
सरकार ने इस बाबत कोर्ट से कुछ समय देने की भी मांग की ताकि सरकार याची की मांग पर उचित फैसला लेकर कदम उठा सके | सरकार के इस जवाब पर हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई 7 अगस्त तक स्थगित कर दी |
कोरोना काल से पहले ही शादियों में 50 लोगों को बुलाने का आदेश सरकार को पारित कर देना चाहिए था | इस से बहुत से गरीब लड़किओं के पिता कर्जदार होने से मुक्त हो जाते |
हाईकोर्ट के वकील एच. सी. अरोड़ा ने अवमानना याचिका में बताया था कि उसने शादियों में 50 लोगों के शामिल होने की केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइड लाइन पर पुनर्विचार किए जाने की मांग को लेकर पहले हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी |
शादियों में कम सदस्य होना कोई बुरी बात नहीं है | सबसे ज्यादा खाना बर्बाद शादियों में ही होता है | इस मामले की याचिका का निपटारा करते हुए हाईकोर्ट ने हरियाणा, पंजाब व चंडीगढ़ प्रशासन को याची की मांग पर उचित फैसला लेने का आदेश दिया था |
उसकी मांग पर पंजाब सरकार ने 13 जुलाई को एक अधिसूचना जारी कर शादियों में 50 लोगों के बजाय केवल 30 लोगों को शामिल होने की इजाजत दी, लेकिन हरियाणा व चंडीगढ़ ने अभी तक इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया था |