चीनी सेना ने हिमाचल के किन्नौर से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से महज बीस किमी की दूरी पर सड़कों का निर्माण बनाना शुरू कर दिया है।
यह जानकारी हाल ही में सोशल मीडिया में भारतीय क्षेत्र में चीन के निर्माण के दावे वाले एक वायरल वीडियो को लेकर स्पष्टीकरण जारी करते हुए किन्नौर के एसपी साजू राम राणा ने दी है।
राणा ने कहा है कि भारतीय सीमा में किसी भी तरह की कोई गतिविधि नहीं हुई है। हालांकि एलएसी से बीस किलोमीटर की दूरी पर चीन सड़कों का निर्माण कर रहा है।
बता दे की यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में लद्दाख में चीन और भारत की सेना के बीच झड़प हुई थी। इसी झड़प के बाद हिमाचल पुलिस के दस आला अधिकारी राज्यपाल के निर्देश पर चीन से लगती सीमा से सटे करीब चालीस से ज्यादा गांवों में गए और लोगों से फीडबैक लिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल ही में कुन्नू चारंग गांव का 9 सदस्यीय दल 16 घोड़े खच्चर और 5 पोर्टर समेत कुन्नू चारंग गांव से करीब 22 किलोमीटर ऊपर बार्डर की ओर गया। इस दल में कुछ आईटीबीपी के जवान भी शामिल थे। जब खेमकुल्ला पास पर पहुंचकर तिब्बत की तरफ देखा तो वो दंग रह गए। दो महीने में चीन ने 20 किलोमीटर सड़क का निर्माण काम तेजी से कर रहा था।
भारत और चीन में बड़ा तनाव
इसी फीडबैक के दौरान यह बात सामने आई थी कि चीन सीमा तक सड़क और हवाई नेटवर्क खड़ा कर रहा है लेकिन भारतीय क्षेत्र में सरकारी उदासीनता की वजह से इन इलाकों में आबादी कम हो रही है।
यही नहीं यह भी बात सामने आई थी कि युवाओं का रुख भारत के अंदरूनी शहरों की ओर है जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में सिर्फ उम्रदराज लोग ही रह रहे हैं जो चिंता का विषय है।
लोगो ने मांग की थी कि यहां भी रोड व हवाई नेटवर्क खड़ा किया जाए और स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएं ताकि युवा बाहर जाने से रुकें और जो युवा बाहर हैं, वे भी अपने गांव लौट आएं। अधिकारियों ने इस जानकारी की एक रिपोर्ट राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को सौंपी थी, जिसके आधार पर उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर जरूरी कदम उठाने के लिए कहा था।
वहीं दूसरी और किन्नौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) साजू राम राणा ने सीमावर्ती गांवों में ड्रोन आने की पुष्टि की। सड़क निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि इतनी लंबी सड़क कम समय में नहीं बन सकती। एसपी ने यह भी कहा कि ग्रामीणों ने इस संबंध में जानकारी दी थी। भारतीय सीमा क्षेत्र में ऐसा कुछ नहीं हो रहा। घबराने की जरूरत नहीं है।
अमेरिका और चीन आया आमने-सामने
अमेरिका और चीन के बीच कोरोना वायरस, ट्रेड वॉर और दक्षिण चीन सागर को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। दोनों देशों ने अपने यहां एक दूसरे के वाणिज्य दूतावास बंद कर दिए हैं, जिसके बाद दोनों देशों के बीच की स्थिति और चिंताजनक हो गई है।
सोमवार को मीडिया में प्रकाशित एक खबर के अनुसार अमेरिका और चीन के मध्य बढ़ते हुए तनाव के बीच अमेरिकी युद्धक विमान चीन की मुख्य भूमि तक पहुंच गए, जिनमें से एक शंघाई के 76.5 किलोमीटर तक पहुंच गया। पेकिंग विश्वविद्यालय के एक थिंक टैंक के अनुसार रविवार को अमेरिकी युद्धक विमान पी-8 ए (पोसाइडन) और निगरानी विमान ईपी- 3ई ने ताइवान जलसंधि में प्रवेश किया और झेजियांग और फुजियान के तट के पास उड़ते नजर आए।
Written by- Prashant K Sonni