जानिए हरियाणा में शनिवार और रविवार को लॉक डाउन लगाने पर क्या बोले सीएम मनोहरलाल

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पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस कब खत्म होगा ये किसी को नहीं पता, लेकिन दुनिया भर के वैज्ञानिक दिन रात इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हैं।

इसी दिशा मे पूरे देश भर कई राज्य वीकेंड लॉकडाउन की नीति अपना रहे है और उनका दावा है कि इससे कोरोना से लड़ने मे मदद मिलती है। इसी बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा है कि वीकेंड या सप्ताहांत लॉकडाउन से कोरोना वायरस से लड़ने मे कोई मदद नही मिलती है।

जानिए हरियाणा में शनिवार और रविवार को लॉक डाउन लगाने पर क्या बोले सीएम मनोहरलाल

हरियाणा सरकार निरंतर जनता का मनोबल बढ़ाने का प्रयास कर रही है। खट्टर ने कहा की हरियाणा मे कोरोना मामले नियंत्रण मे है और मरीज़ों की संख्या बाकी राज्यो के मुकाबले काफी कम है और राज्य भर मे लगभग सामान्य स्थिति आ गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ” एक लॉकडाउन किसी भी उदेश्य की पूर्ति नही करेगा जब तक उसे 14 दिन की अवधि के लिए नही लगाया जाता है। वीकेंड लॉकडाउन केवल एक आभास देता है कि राज्य मे कुछ किया जा रहा हैं। जब तक हम एक रोगी को लगातार 14 दिनों के लिए अलग नही करेंगे तब तक वो बाकी लोगो को संक्रमित करता रहेगा।

यदि हमे केवल धारणाओं पर काम करना हैं, तो हां, निश्चित रूप से वीकेंड लॉकडाउन लगाया जा सकता है। लेकिन अगर हम वास्तव मे परिणाम प्रपात करना चाहते है, तो एक वीकेंड लॉकडाउन कोई उद्देश्य पूर्ण नही करता है”।

जानिए हरियाणा में शनिवार और रविवार को लॉक डाउन लगाने पर क्या बोले सीएम मनोहरलाल

मुख्यमंत्री ने हरियाणा के किसी भी हिस्से मे फिर से लॉकडाउन की संभावना से इनकार किया। उन्होंने कहा कि ” ऐसी कोई योजना नही है”। खट्टर ने कहा ” ऐसा नही लगता है की मामले अचानक आना बंद हो जाएंगे। लेकिन हम लोगो के विश्वास को बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे है। पहले लोगों मे जो दहशत थी, अब वो नही रही है”।

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार हर 15 दिन मे कोरोना अनुमानों की समीक्षा करती है। उन्होंने कहा कि ” हरियाणा मे 77% से अधिक कोरोनो रोगी ठीक हो रहे है। दो- तीन राज्य छोड़ कर हरियाणा मे रिकवरी दर काफी अच्छा है।

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हम अपनी टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने की कोशिश कर रहे है। वर्तमान मे हम प्रितदिन 12000-13000 टेस्टिंग कर रहे है। हमे लगता है कि अधिक से अधिक टेस्टिंग से संक्रमित रोगियों की पहचान करने मे आसानी होगी और इसके परिणामस्वरूप अधिक लोग ठीक होंगे”।

Written by – Harsh Datt