छात्र के हुनर को सराहा फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने, साथ ही छात्र के इलाज कराने का दिया आश्वासन

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फरीदाबाद: रणबीर, उम्र 18 साल, गांव मोहम्मदपुर उतर प्रदेश के रहने वाला है। रणबीर एक गरीब परिवार से सम्बन्ध रखता है।

सन् 2002 में इनके परिवार को उत्तर प्रदेश से काम की तलाश में फरीदाबाद आना पड़ा। इसकी प्राथमिक पढाई मोडर्न स्कूल सैक्टर 17 फरीदाबाद से हुई जिसका सारा खर्च उसके मामा ने मेहनत मजदूरी करके उठाया।

छात्र के हुनर को सराहा फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने, साथ ही छात्र के इलाज कराने का दिया आश्वासन

रणवीर को वर्ष 2018 में पेनक्रियाज से संबंधित बीमारी हो गई थी। जिसके चलते रणबीर का पेट का ऑपरेशन भी हुआ था। ऑपरेशन के बाद रणवीर को 18 महीने बेड रेस्ट पर रहना पड़ा। जिसका सारा खर्च उसके चाचा ने उठाया था।

18 महीने बेड पर रहने के दौरान रणबीर ने चित्रकारी करना सीख लिया।

एक दिन रणवीर ने पुलिस आयुक्त महोदय श्री ओम प्रकाश सिंह का फोटो अखबार में देखा। फोटो देखने के बाद रणवीर के मन में पुलिस आयुक्त महोदय की तस्वीर बनाने का विचार आया और रणवीर ने पुलिस आयुक्त महोदय की तस्वीर बनाकर उसको देने के लिए आज पुलिस आयुक्त कार्यालय आया।

छात्र के हुनर को सराहा फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने, साथ ही छात्र के इलाज कराने का दिया आश्वासन

पुलिस आयुक्त महोदय रणवीर का हौसला और हुनर देखकर बहुत खुश हुए। पुलिस आयुक्त ने कहा कि रणवीर ने अपना बुरा वक्त अपने हुनर को निखारने में लगाया है जो कि बहुत ही सराहनीय है। ऐसा जज्बा बहुत ही कम लोगों में देखा जाता है।

पुलिस आयुक्त महोदय के पूछने पर रणवीर ने बताया कि वह कामर्स फील्ड में स्कूलिगं पास करने के बाद आगे सी.ए. बनना चाहते है। जिस पर पुलिस आयुक्त महोदय ने रणवीर को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।

छात्र के हुनर को सराहा फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने, साथ ही छात्र के इलाज कराने का दिया आश्वासन

पुलिस आयुक्त महोदय ने रणवीर का हौसला देखते हुए उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक हौसलानामा भी प्रादन की है। इसके साथ ही पुलिस आयुक्त ने रणबीर के इलाज जिसका खर्च प्रतिमाह ₹8000 तक है, 2 माह तक उसका खर्च वहन करने का आश्वासन दिया।

अगर व्यक्तित्व की बात करे तो रणबीर बहुत ही शालीन स्वभाव का लड़का है।रणबीर ने 2020 मे ही अपनी 12 वी की परिक्षा कामर्स मे 80% के साथ उतीर्ण की है।पुलिस प्रवक्ता।