फरीदाबाद: हरियाणा सरकार सरकार ने रक्तदान करने वालों के लिए एंटीबॉडी टेस्ट भी अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए प्रदेश सरकार लोगों को एंटीबॉडी और एंटीबॉडी टेस्ट के बारे में भी जागरूक कर रही है।
फिलहाल जिले में एक छोटे स्तर पर कराए गए सर्वे में लगभग 16% लोगों में एंटीबॉडीज पाई गई। इस सर्वे से यह खुलासा किया गया कि 16% लोग ऐसे थे जिन्हें ना तो अपने ऊपर कोरोना संक्रमण होने का पता चला और ना ही यह पता चला कि वैसे ठीक हो गए।
उनकी बॉडी में मौजूद एंटीबॉडी ने उन्हें बीमारी से रिकवरी देकर पता नहीं लगने नहीं दिया कि वह पूर्व ना जैसी घातक महामारी के शिकार हुए हैं।इसलिए अब जिला के उपायुक्त यशपाल यादव ने बुधवार को मीडिया कांफ्रेंस के समय उन्हें यह जानकारी दी।
इस पर जिला आयुक्त ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों का रिकवरी रेट धीरे-धीरे बढ़ रहा है। और हो सकता है कि आने वाले अगले 2 सप्ताह में कोरोना संक्रमित पेशेंट्स की संख्या काम होने लगे। इसके साथ-साथ उन्होंने बताया कि इससे पहले कराए गए एक सर्वे में 249 लोगों की जांच की गई थी। इनमें से 41 लोगों की बॉडी में एंटीबॉडी पाई गई जो कि 16 फ़ीसदी है।
इसलिए प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि 50 लोगों से अधिक कोराना संक्रमित मरीजों के मिलने पर उन कॉलोनियों में सर्वे कराया जाएगा।
बल्लभगढ़ के साथ इन कॉलोनियों में होगा सर्वे
इन कॉलोनी में डबुआ कॉलोनी, संजय कॉलोनी, ग्रीन फील्ड, बल्लभगढ़, एसजीएम नगर और औद्योगिक क्षेत्र की कई कालोनियां शामिल है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है एंटीबॉडी
एंटीबॉडी का शरीर में होना एक अच्छी बात है। सबसे अच्छी बात यह है कि वायरस के चले जाने पर भी यह एंटीबॉडीज हमारे शरीर में ही मौजूद रहकर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।
कुछ लोग को एंटीबॉडीज के बारे में बिल्कुल नहीं पता, लेकिन यहां आप इसे सरलता से समझ सकते हैं।जब कोई वायरस हमारी बॉडी पर अटैक करता है, तो समय वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए हमारे रक्त में एंटीबॉडीज बनने लगती है।
क्या इन कॉलोनियों में आपकी भी कॉलोनी शामिल है? अब तक आपकी कॉलोनी में कितने कोविड-19 संक्रमित लोग पाए गए हैं? कमेंट करके बताइए।
Written by- Vikas Singh