फरीदाबाद प्रशासन : किसी भी शहर के विकास कार्यों के लिए नगर निगम बहुत आवयशक माना जाता है | कोरोना काल में आर्थिक तंगी को झेल रहा फरीदाबाद प्रशासन अब हरियाणा सरकार के भरोसे जी रहा है | निगम अधिकारीयों की सैलरी तक के पैसो प्रशासन के पास नहीं है | कोरोना काल में गत बहुत से महीनों से हरियाणा सरकार निगम अधिकारीयों की सैलरी दे रही है |
फरीदाबाद शहर स्मार्ट सिटी तो ज़रूर है, लेकिन निगम के भरोसे विकास की आस लगाए बैठा फरीदाबाद मायूस है | अधिकारीयों की सैलरी के पैसे नहीं है तो ऐसे में विकास कार्य कैसे संभव होगा |
फरीदाबाद निगम फाइनेंस ब्रांच के अनुसार गत 3 महीनों में नगर निगम में 6 करोड़ की इनकम हुई है, जबकि हर महीने का खर्चा 30 करोड़ रूपए है | अपने खर्चे जब पूरे नहीं कर पा रहा है नगर निगम तो विकास तो भूल ही जाएँ | पिछले दिनों नगर निगम में भ्रष्टाचार के मामलों की लड़ी लग गयी थी | सैलरी न मिल पाने के कारण अधिकारीयों ने जनता का पैसा खा लिया होगा ऐसा शायद हो सकता है |
जिले में बहुत सी जगहों पर कार्य रुका हुआ है | एनआईटी की बात हो या किसी सेक्टर की सभी जगह प्रशासन के काम ररुके हुए हैं | जितने भी काम रुके हुए हैं उनमे बहुत से ऐसे हैं जो लॉकडाउन से पहले ही पूर्ण हो जाने चाहिए थे, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण जनता को उस चीज़ का सामना करना पड़ रहा है |