फरीदाबाद: पिछले कई समय से हरियाणा के विभिन्न जिलों के दर्शन भिवानी, चरखी दादरी और फरीदाबाद में टिड्डी दल का आक्रम लगातार जारी है।
इन टिड्डी दलों के कारण हरियाणा के 5 जिले मुख्य रूप से प्रभावित हुए और इनमें किसानों की लगभग 15% फसलें खराब हुई। किसानों को रात भर जागकर अपनी फसलों के सुरक्षा करनी पड़ी।
सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि यह टिड्डी दल महेंद्रगढ़ की से हरियाणा की सीमा में दाखिल हुआ , जिसके बाद यह दल रेवाड़ी, झज्जर, सिरसा, चरखी दादरी और भिवानी से होते हुए पूरे हरियाणा में फैलने लगी।
कैसे निकलेगी फरीदाबाद शासन टिड्डी दल से?
- टिड्डी दल द्वारा फैलाए गए आतंक को रोकने के लिए अभी तक कीटनाशक दवाइयों का अपमान किया जा रहा था। कई बार ड्रोन द्वारा कीटनाशक दवाइयों के छिड़काव से भी टिड्डी दल को भगाया गया है।
- अब टिड्डी दल से निपटने के लिए फरीदाबाद में साथ स्पेशल गाड़ियां तैयार की है। जिला के उपायुक्त सतबीर सिंह मान ने बताया कि जैसे ही टिड्डी दल के आने की खबर मिलेगी, वैसे ही विभाग द्वारा इन गाड़ियों को अलर्ट कर दिया जाएगा।
- इसके साथ साथ जिला अग्निशमन अधिकारी, आरएस दहिया ने बताया कि टिड्डी दल से निबटने के लिए सात फायर ब्रिगेड की गाड़ी तैयार हैं।
- टिड्डी दल के आने पर किसानों को नगाड़े, बर्तन, ताली, तेज आवाज में संगीत बजाने की हिदायत दी जा रही है, ताकि टिडिडयां फसलों पर बैठने न पाएं।
- इन दलों को नष्ट करने के लिए जिला स्तर पर 600 लीटर क्लोरोपायरीफास और 20 फीसद ईसी का इंतजाम भी किया गया है।
टिड्डियों को भगाने के लिए समझना पड़ेगा उनकी चाल को
राष्ट्रीय टिड्डी दल चेतावनी संगठन के संयुक्त निदेशक डॉ.सत्यनारायण ने टिड्डी जीवन चक्र की जानकारी देते हुए बताया कि हवा की दिशा के अनुसार टिड्डियों का दल चलता है। सूर्य अस्त के समय टिड्डियां पेड़-पौधों और फसलों पर बैठ जाती है और अगले दिन सूर्योदय तक वे वहीं बैठी रहती हैं। इस दौरान कीटनाशक का छिड़काव कर नष्ट किया जा सकता है।
Written by- Vikas Singh