फरीदाबाद : लॉकडाउन के समय में लोग घर पर बंद पड़े हैं। हालांकि कुछ स्कूल कॉलेज और ऑफिस खुल गए हैं, लेकिन बहुत कम लोग हैं जो अभी बाहर जा रहे हैं। इस कारण लोगों की हालत एक कैदी के समान हो गई है।
एक ही रूटीन और एक ही दिन चर्या को फॉलो करके लोग परेशान और बेबस हो गए। इस भयावह स्थिति में लोगों में मनोरोग जैसे कि टेंशन और डिप्रेशन का शिकार होने की संभावना है। लेकिन ऐसी स्थिति में बाजारों से डिप्रेशन की दवाइयों का गायब होना चिंता का विषय है।
फिलहाल खबर आ रही है कि फरीदाबाद के मार्केट और बाजारों से लगातार डिप्रेशन की दवाइयां घटती जा रही हैं। कुछ चुनिंदा दुकानों पर है डिप्रेशन और प्रेस की दवाइयां उपलब्ध हैं।
मनोरोग चिकित्सक के परामर्श के बिना नाले डिप्रेशन की दवाइयां
- कई बार देखा गया है कि लोग तनाव और डिप्रेशन का शिकार होने पर बिना किसी डॉक्टर के परामर्श के मेडिकल स्टोर पर जाकर दवाइयां ले लेते हैं।
- लेकिन यहां आपको बता दें यह बिल्कुल गलत है। इन दवाइयों के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। यह दवाइयां स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप मनोरोग चिकित्सक के परामर्श पर ही तनाव डिप्रेशन की दवाइयों का सेवन करें।
मनोरोग चिकित्सक द्वारा परामर्श पर्चे की फोटो कॉपी रखनी होगी साथ
डिप्रेशन की दवाइयां उपलब्ध ना होने पर एनआईटी-1 स्थित हरियाणा मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया कि डिप्रेशन की दवाओं का स्टॉक उपलब्ध नहीं है। कुछ कंट्रोलर की अनुशंसा पर ही यह दवाइयां चुनिंदा मेडिकल पर उपलब्ध कराई जाती है।
इसी तरह एनआईटी-5 स्थित मेडिकल स्टोर संचालक ने बताया कि डिप्रेशन की दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की दवाइयों के लिए एक स्पेशल परमिशन लेनी पड़ती है।
इसके अलावा डिप्रेशन की दवाइयों को खरीदने के लिए ग्राहक को मनोरोग विशेषज्ञ के परामर्श पर्चे को दिखाना अनिवार्य है। परामर्श पर्चे के बिना डिप्रेशन की दवाइयां बेची नहीं जा सकते।