महामारी के दौरान हरियाणा में पकड़े गए ये 5 बड़े स्कैम,लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कोई कदम

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जब पूरी दुनिया कोरोना वैक्सीन की तलाश में जुटी हुई है तब हरियाणा प्रदेश में घोटालों के पर्दाफाश की कतार लगी हुई है ।

आज हम आपको हरियाणा प्रदेश के बड़े स्कैम के बारे में बताएंगे जो इस महामारी के दौरान पाए गए है लेकिन अब तक सम्पूर्ण रूप से कार्यवाही नहीं कि गई है ।

महामारी के दौरान हरियाणा में पकड़े गए ये 5 बड़े स्कैम,लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कोई कदम

1.हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान शराब तस्करी के मामले में बड़े चेहरे बेनकाब होने लगे हैं। 14 मई को पानीपत पुलिस के सीआईए स्टाफ ने चंडीगढ़ के सेक्टर-3 से पूर्व विधायक सतविंदर राणा को गिरफ्तार कर दिया। कोर्ट में पेश कर पुलिस ने दो दिन का रिमांड पर लिया ।
करोड़ों रुपये की शराब तस्करी के आरोप में पुलिस ने पहले ही 6 लोगों को गिरफ्तार किया हुआ है। उन्होंने 4500 पेटी शराब चोरी कबूल की है। सूत्रों के अनुसार जांच में सतविंदर का नाम सामने आया था। उनकी फर्म पर शराब का टैक्स न भरने का भी आरोप है। वह उसी मामले में सेटलमेंट के लिए चंडीगढ़ आए थे।

पानीपत सीआईए टीम ने उनकी गिरफ्तारी सेक्टर-3 एमएलए हॉस्टल के ग्राउंड से दिखाई है, जबकि उन्हें गिरफ्तार किसी बड़े नेता के घर के बाहर किया था। उसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाने भी ले जाया गया। पुलिस दावा कर रही है कि जजपा नेता से पूछताछ में शराब तस्करी से जुड़े और बड़े नामों का खुलासा हो सकता है। लेकिन अब तक पूरी तरह इस मामले की तहकीकात नहीं हुई है ।

महामारी के दौरान हरियाणा में पकड़े गए ये 5 बड़े स्कैम,लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कोई कदम

2- करोड़ों के चावल घोटाले में परत-दर-परत सच्चाई सामने आनी शुरू हो गई है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को पड़ताल के दौरान पाया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली यानी पीडीएस का चावल उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब से आ रहा है। जागरण संवाददाता ने राजधानी में बैठे खाद्य आपूर्ति विभाग के आला अधिकारियों को मामले से अवगत कराया और उनके निर्देश पर बनी प्रशासनिक टीम को उत्तर प्रदेश से आए पीडीएस के चावल से भरे दो ट्रक रंगे हाथों पकड़वाए भी। यह दोनों ट्रक ङ्क्षपगली रोड स्थित धर्मकांटे पर खड़े थे। इसके साथ ही कुछ ट्रक वजन करवाकर अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे। उनमें भी दूसरे राज्यों का चावल था।

ध्यान रहे कि इस क्षेत्र में कई राइस मिल हैं। अलबत्ता इसकी जानकारी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास व उपायुक्त निशांत यादव को दी गई। इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए पीके दास ने उपायुक्त निशांत यादव को जांच के निर्देश दिए। डीसी ने भी तुरंत एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर भेजी। फिर उन दोनों मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन करवाई गई, जहां इन दोनों ट्रकों का चावल उतारा जाना था।

महामारी के दौरान हरियाणा में पकड़े गए ये 5 बड़े स्कैम,लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कोई कदम
  1. हरियाणा प्रदेश का सबसे पुराना नगर निगम फरीदाबाद शहर का ही है लेकिन इन दिनों ऐसा लगता है घोटालों में भी फरीदाबाद का नगर निगम नंबर वन है ।
    ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों पहले भी निगम का करोड़ों का घोटाला सामने आया था जिसका खुलासा पार्षदों ने मिलकर किया था ।

इस कमेटी के हेड चीफ इंजीनियर ठाकुर लाल शर्मा ने जांच के लिए सोमवार को पार्षदों सहित एक मीटिंग की और पूरी जानकारी प्राप्त की इस दौरान पार्षदों ने सारी बातें बताई और कहा कि जिस काम का भुगतान ठेकेदार को हुआ है वह जमीन पर हुए ही नहीं है चीफ इंजीनियर ने तुरंत अकाउंट ब्रांच से पेमेंट की डिटेल मांगी और पार्षदों को कहा कि वह हर एक वर्ड में जाकर ठेकेदार की किए कार्यो को भी देखें ताकि इसकी रिपोर्ट कमिश्नर को सौंपी जा सके।कुल 10 वार्डों में एक ही ठेकेदार की तीन कंपनियों के नाम से विकास कार्यों का पेमेंट किया गया है यह जानकारी हमने अपनी खबर में 8 जुलाई को अपने दर्शकों तक पहुंचाएं और पार्षद दीपक चौधरी से बात करने के बाद इस मामले की पूरी जानकारी भी हासिल की।

महामारी के दौरान हरियाणा में पकड़े गए ये 5 बड़े स्कैम,लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कोई कदम

4.हरियाणा में लॉक डाउन के दौरान जिलों में हुई रजिस्ट्री की सीएम फ्लाइंग स्टाफ और सीआईडी की जांच के बाद रिपोर्ट सीएम को भेज दी गई । आपको बता दें कि पलवल फरीदाबाद और हथीन के क्षेत्रों रजिस्टर में घोटाले की आशंका जताई जा रही है इसका मुख्य कारण है कि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन रजिस्ट्री की गई हैं जिसमें भ्रष्टाचारी अधिकारियों ने जमकर पैसा कमाया है लेकिन फरीदाबाद के जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने कहा है कि रजिस्ट्री करने में किसी भी प्रकार की धांधली बाजी नहीं हुई हालांकि रिपोर्ट अभी बाइक आनी बाकी है लेकिन यह भी एक बड़ा स्कैम है।

महामारी के दौरान हरियाणा में पकड़े गए ये 5 बड़े स्कैम,लेकिन सरकार ने नहीं उठाया कोई कदम
  1. बड़े बड़े घोटाले आपको दिखाए लेकिन अगला घोटाला भी कम नहीं इसमें भी करोड़ों का घोटाला कर जनता का पैसा लूटा गया है जिन राइस मिलों का सत्यापन हुआ है, उनमें से कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा स्टॉक में अंतर पाया गया है। कुरुक्षेत्र की राइस मिलों में करीब 12 हजार मीट्रिक टन स्टॉक कम पाया गया है। जबकि पिछले घोटाले में पूरे प्रदेश में स्टॉक कम पाया गया था।

जानकारी के मुताबिक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने छह जिलों में स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया था। जिसमें पलवल, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल जिला शामिल है।
विभाग ने सिर्फ उन मिलों का सत्यापन किया है, जिन मिलों में अनियमितता की शिकायतें मिल रही थीं। जांच के बाद यह तथ्य सामने आए हैं। इससे पहले हरियाणा की 1207 राइस मिलों ने 42 हजार 589 मीट्रिक टन के धान घोटाले को अंजाम दिया था।

ये 5 स्कैम तो वो थे जिनके बारे मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पता लगा लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे करोड़ों के स्कैम है जिनमे आम जनता का पैसा भ्रष्ट और बेईमान लोग खा गए ।एक तरफ देश का हाल महामारी से बेहाल और दूसरी तरफ प्रशासन की नाक के नीचे ये स्कैम चलाए जा रहे थे । सरकार को सख्ती से इन मामलों अर जांच करनी होगी क्योंकि सरकारी भ्रष्ट कर्मियों की वजह से ही स्कैम को अंजाम दिया जाता है ।