वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से इस साल राखियों के त्यौहार रक्षाबंधन पर चीन की राखियां बाजारों से गायब नजर आई वही बात करें स्वदेशी राखियों की तो इस साल गुजरात और राजस्थान की राखियों ने लोगों का मन अपनी ओर आकर्षित किया ।
राखियों की बात करें तो विभिन्न प्रकार की राखियां मार्केट में देखने को मिली कुंदन कार्टून कैरेक्टर और चंदन के बने रक्षा सूत्र लोगों की पसंद बन रहे हैं।
सीमा पर हुई हिंसक झड़प की वजह से चीन के संबंध खराब हो चुके हैं इसी वजह से लोग चीनी सामान का बहिष्कार कर रहे हैं ।भाई-बहन के स्नेह और प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार इस बार 3 अगस्त को है इसके लिए शहर के बाजार पूरी तरह सच कहें और बाजारों में केवल स्वदेशी सामान दिखाई दे रहा है।
पिछले साल के स्टॉक से भी भारतीय महिलाएं स्वदेशी राखियों को पसंद कर रही हैं और चीनी राखियों का बहिष्कार कर रही है । दादर सामान अहमदाबाद मुंबई और कोलकाता से आया है। शनिवार को जहां एक और महिलाओं ने हाथों पर मेहंदी लगाई वहीं दूसरी ओर जमकर खरीदारी भी की ।