कोरोना वायरस से बचने के लिए बाजार में उपलब्ध हैंड सैनिटाइजर भी है जानलेवा हो सकता है कोरोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी के चलते भी कुछ सैनिटाइजर बनाने वाली कंपनियां दगाबजी करने से बाज नहीं आ रही है, और मुनाफाखोरी के चक्कर में सैकड़ों लोगों की जिंदगी दांव पर लगा रही हैं। इस वक़्त हर कोई कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अपने आप को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहा है ताकि यह वायरस उन तक न पहुंच सके।
ऐसे में लोग स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई गाइडलाइन को ध्यान में रख हैंड सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं जिसमें यह बताया गया है कि एल्कोहल बेस्ड हैंड सेनीटाइजर यूज करने से इस संक्रमण से बचा जा सकता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि बाजार में मिल रहे सैनिटाइजर आपकी सेहत को खराब कर देने वाले सैनिटाइज उपलब्ध है
बाजार में उपलब्ध है हैंड सेनिटाइज़र
इसलिए अब आप एक बार जरूर इस बात की पुष्टि करें कि आप जो बाजार से हैंड सैनिटाइजर खरीद रहे हैं वह कोई लोकल प्रोडक्ट तो नहीं है। एक बार हैंड सैनिटाइजर खरीदने से पहले उसके ब्रांड की जांच अवश्य करें।
इसी कड़ी में हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से एकत्र किए गए सैंपल फेल हो रहे हैं जिसमें कारण यह बताया जा रहा है कि 11 सैनिटाइजर ब्रांड के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाई है गई है इसके साथ ही संबंधित ब्रांड का लाइसेंस रद्द या सस्पेंड करने का भी नोटिस जारी कर दिया गया है।
महीनों में छापेमारी कर कलेक्ट किए गए थे 158 सैंपल
विज ने बताया कि कोरोनाकाल शुरू होते ही बाजार में नकली सैनेटाइजर बिकने की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसके चलते खाद्य एवं औषध प्रशासन को हरियाणा के जिलों में छापेमारी करने के निर्देश दिए गए थे. इससे प्रशासन द्वारा 6 से 8 मार्च तक सभी जिलों में छापेमारी की और 158 सैंपल एकत्र किए गए. इसी प्रकार 22 मई को भी राज्य के विभिन्न भागों से 90 नमूने एकत्र किए गए।