फरीदाबाद में आयोजित कार्यक्रमों में सीएम हरियाणा ने की कोरोना के सभी नियम-कानूनों की अवहेलना
फरीदाबाद। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के फरीदाबाद आगमन पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्जियां उड़ी।
मंत्रियों विधायकों के साथ-साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी स्वयं मास्क नहीं लगाया। एक तरफ सरकार ने राजनीति कार्यक्रमों में लोगों के इकट्ठा होने पाबंदी लगाई हुई है, जबकि दूसरी तरफ सरकार के मुखिया स्वयं ही इन आदेशों को धत्ता बता रहे है।
अगर उनके इन कार्यक्रमों में कोई कोरोना पॉजिटिव हुआ तो इसका खमियाजा कौन उठाएगा?
सीएम हरियाणा के कार्यक्रमों में जिस प्रकार से भीड़ उमड़ी, उससे लग रहा था कि मानो कोरोना महामारी पूरी तरह से खत्म हो गई हो। हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ ने कहा कि एक तरफ हरियाणा सहित पूरा देश कोरोना की मार झेल रहा है और फरीदाबाद प्रदेश का ऐसा पहला जिला है, जहां कोरोना संक्रमितों और कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा सर्वाधिक है,
इसके बावजूद सीएम हरियाणा के आगमन के दौरान कोरोना की गाइड लाईन्स की पूरी तरह से अनदेखी की गई। उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों से फरीदाबाद की जनता कोरोना महामारी के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रही है, लेकिन मुख्यमंत्री उस दौरान जनता की सुध लेने नहीं आए परंतु आज स्कूल व अन्य उद्घाटन के माध्यम से झूठी वाहवाही लूटने के लिए वह तुरंत यहां आ गए।
उन्होंने कहा कि जनता भाजपा की नीति और नियत को भली भांति जान चुकी है, आज व्यापारी, मजदूर, दुकानदार सहित आम आदमी भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते त्राहि-त्राहि करने को मजबूर हो रहा है, लेकिन सरकार और सरकार में बैठे मंत्री विधायक केवल और केवल निजी स्वार्थ की राजनीति कर रहे है, उन्हें जनता के हितों से कोई लेना देना नहीं।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़ ने सरकार को चेताते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और बस जनता को इंतजार है, चुनावों का ताकि इस गूंगी बहरी सरकार को वोट की चोट से जवाब दिया जा सके।