पुलिस कमिश्नर श्री ओपी सिंह ने पुलिस कार्यप्रणाली में बदलाव करते हुए फैसला लिया है कि जघन्य अपराध से पीड़ित व्यक्तियों से वह स्वयं बातचीत करेंगे।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति को फोन करके स्वयं जानेंगे की क्या अपराध की उचित धाराओं के तहत कार्यवाही की गई? लड़ाई झगड़े मारपीट चोरी इत्यादि की वारदात में क्या थाना प्रभारी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया, व जघन्य अपराध में उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे थे?
क्या पीड़ित की समस्याएं सुनी गई? क्या पीड़ित द्वारा दी गई शिकायत पर पुलिस द्वारा सही कार्यवाही की गई है, क्या वह कार्यवाही से संतुष्ट हैं?
पुलिस कमिश्नर ने सभी थानाध्यक्षों और एसीपी को निर्देश देते हुए कहा है कि शहर में होने वाले जघन्य अपराधों पर वह खुद मौके पर जांच के लिए जाएंगे और अनुसंधान अधिकारी द्वारा की गई कार्यवाही देखेगे, घटनास्थल का मौका मुआयना करेंगे। पीड़ित की सुनेंगे। इससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा और न्याय व्यवस्था सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी।
चोरी, लड़ाई झगड़ा, मारपीट जैसे घटनाओं पर खुद एसएचओ तथा हत्या, डकैती जैसे जघन्य अपराधों में एसीपी खुद घटनास्थल पर जांच के लिए जाएंगे और पीड़ित से बातचीत करेंगे और उचित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करेंगे।
इसके साथ ही पुलिस कार्यालय रोजाना पुलिस कमिश्नर कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी और इनका तुरंत निपटारा भी करवाया।यह सभी व्यवस्थाएं शहर में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए की गई है।पुलिस प्रवक्ता।