जन्माष्टमी पर खोले जाएंगे सभी मंदिर भक्तगण कर सकेंगे नंदलाल के दर्शन

0
183

कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते शहर में सारे मंदिरों को बंद रखने के दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। पर अब मंदिरों को जन्माष्टमी के अवसर पर खोले जाने का आदेश दिए गए हैं।

कल राज्य में सभी मंदिरों के कपाट कृष्ण भक्तों के लिए खोले जाएंगे। हरियाणा के सभी मंदिरों को एक दिन के लिये खुलने की इजाजत दी गई है। आज रात से सभी मंदिरों को एक दिन के लिये खोले जाने का प्रावधान लागू किया है।

गृह सचिव विजय वर्धन ने हरियाणा के जिला उपायुक्त को आज रात 12:00 बजे से जन्माष्टमी की अगले दिन तक मंदिरों को खोलने का आदेश दिया है। आज रात से ही राज्य के सभी मंदिरों में कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारीयाँ शुरू कर दी जाएंगी।


कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिला उपायुक्त ने कुछ नियम कानून का गठन किया है। इसके चलते आम अवाम की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई है। लोगों को स्वस्थ रखने के लिए जिला उपायुक्त ने अपने स्तर पर कुछ नियम और शर्तें को लागू किया है। इन नियमों का पालन करना जनता के लिए अनिवार्य है। मंदिर में आने वाले भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा।

इसी के साथ मंदिर की संस्था से जुड़े लोगों को इन नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। किसी भी व्यक्ति को बिना मास्क मंदिर परिसर में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। मंदिर में दर्शन करने के लिये मास्क लगाना आवश्यक है।

मंदिर के गेट पर बाहर से आ रहे भक्तों को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा। मंदिर संस्था से जुड़े लोगों को सैनिटाइजर की व्यवस्था करवानी होगी। इसी के साथ मंदिर के मुख्य द्वार पर एक व्यक्ति को इन सभी चीजों का ध्यान रखने के लिए बिठाना होगा।

मंदिर में आने वाले लोगों को किसी भी मूर्ति को छूने की इजाजत नही दी जाएगी। हर किसी को दूर से दर्शन करने होंगे।मंदिर के अंदर किसी भी प्रकार की आरती या प्रसाद का वितरण करने पर पाबंदी रहेगी। मंदिर में आरती के समय पुजारी को ही आरती करने की इजाजत दी गई है।

पुजारी के अलावा आरती करते समय कोई भी भक्त मंदिर परिसर में मौजूद नहीं रहेगा।कल दर्शन से पहले मंदिर को पूर्ण रूप से सैनिटाइज किया जाएगा। मंदिर संस्था के लोगों मंदिर परिसर को सैनिटाइज करवाना होगा।

इसके साथ-साथ हर 3 घंटे बाद पूरे मंदिर में सैनिटाइजेशन का काम करवाते रहना होगा। कोरोना की मार से बचाव हेतु इन नियमों को लागू किया गया है। देश में बड़ते कोरोना संक्रमण को मद्देनज़र रखते हुए राज्य सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम सराहनीय है।