रुपये : किसान नाम सुनते ही, अन्नदाता समझ में आता है, किसान न हों तो सारा विश्व भूखा रहने को मजबूर हो जाएगा। हरियाणा में ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के तहत जल्द ही सरकार उन किसानों के खातों में दो हजार प्रति एकड़ के हिसाब से पहली किस्त जमा करवाएगी। जिन्होंने इस योजना के तहत धान की बजाए अन्य फसलें लगाई हैं।
किसानों की तरफ सभी सरकारों को ध्यान देना चाहिए। प्रदेश में किसानों को भगवान माना जाता है। प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में जल्द ही 2,000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से पहली किस्त जमा कर दी जाएगी।
कोरोना काल में सभी की आर्थिक स्थिति कमजोर हैं। हमें ध्यान में रखना चाहिए कि किसानों के प्रति हम जागरूक रहें। पहली किस्त के रूप में सरकार की ओर से कुल 10.21 करोड़ दिए जाएंगे। यह राशि राज्य के 17 जिलों में खरीफ-2020 के दौरान फसल विविधिकरण योजना के अनुसार धान को छोड़कर कपास की फसल की बुआई करने वाले किसानों को दी जाएगी।
ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं के बारें में नहीं पता है। बता दें विभाग के अधिकारियों द्वारा वेरिफिकेशन के बाद ‘प्रत्यक्ष लाभ स्थानांतरण मोड’ के माध्यम से किसानों को किस्त का भुगतान किया जाएगा। सिरसा, सोनीपत, रोहतक, फरीदाबाद, पलवल, रेवाड़ी, मेवात, गुरुग्राम, पानीपत और अन्य जिलों में कुल 20,420 हेक्टेयर में धान को छोड़कर कपास की बुआई करना प्रमाणित हुआ है।
पहचान फरीदाबाद प्रति दिन आपको नई – नई योजनाओं के बारें में बताता है। इस योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा 7 हजार रुपये प्रति एकड़ देने का वादा किया गया। जिसमें 2 हजार रुपये की पहली किस्त फसल के सत्यापन के बाद और शेष पांच हजार रुपये फसल की पकाई के समय देने हैं।