फरीदाबाद में बजट रुकने से धीमी पड़ी विकास कार्यों की रफ्तार

0
340

बजट : सुना था सरकारी काम कभी समय पर नहीं होते। कोरोना ने भी इस बात को गंभीरता से ले लिया है। सभी कार्य रुके हुए हैं। पहले लाकडाउन और अब बजट न मिलने की वजह से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के तहत कराए जा रहे विकास कार्यों की गति काफी धीमी हो गई है। मुख्यालय से ईडीसी का पैसा न मिलने की वजह से ठेकेदारों को भुगतान नहीं हो सका है।

कोरोना वायरस सरकारी कामों में देरी तो करवा ही रहा है, साथ में लोगों की ज़िंदगी के कार्यों पर भी अंकुश लगा रखा है। फरीदाबाद ठेकेदार भी काम तेजी से नहीं कर पा रहे हैं। सबसे अधिक काम ग्रेटर फरीदाबाद में प्रभावित हो रहे हैं।

फरीदाबाद में बजट रुकने से धीमी पड़ी विकास कार्यों की रफ्तार

निगम के अधिकारियों की ठेकेदारों से अच्छी साढ़-गाढ़ के चलते इन सभी कार्यों की डेडलाइन बढ़ने की आशंका है, जिसका सीधा असर आमजन को मिलने वाली सुविधाओं पर पड़ेगा। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द बजट आने की उम्मीद है। मार्च में हुए लाकडाउन के बाद से विकास कार्य बंद हो गए थे। अब काम तो शुरू हो गए लेकिन अब बजट आड़े आ गया है।

फरीदाबाद में बजट रुकने से धीमी पड़ी विकास कार्यों की रफ्तार

महामारी कोरोना ने जिस प्रकार अपना हमला बोला है। उसी प्रकार हमें सतर्कता की ओर बढ़ने की जरुरत है। आपको बता दें मुख्यालय से ईडीसी का पैसा पिछले 6 महीनों से नहीं भेजा गया है, जिसके चलते ठेकेदारों को पूरा भुगतान नहीं हुआ है। ख़बरों के मुताबिक करीब 20 करोड़ रुपये का बजट आना बाकी है।

फरीदाबाद में बजट रुकने से धीमी पड़ी विकास कार्यों की रफ्तार

हरियाणा में कोरोना के मामलों वाला बना फरीदाबाद, ऐसे जी रहा है कि मानों महामारी तो मात्र नाम के समान है। एक तरफ विकास कार्य रुके हुए हैं तो वहीँ जिले वासी कोरोना को विकास कराने में लगे हुए हैं। इस बजट की वजह से ग्रेटर फरीदाबाद में हुडा की मास्टर रोड का बचा हुआ काम पूरा नहीं हो सका है। बल्लभगढ़-तिगांव रोड से जोड़ने के लिए सेक्टर-72-73 डिवाइडिग रोड का निर्माण अधूरा है।