मारुति सुजुकी : कोरोना काल में जब सभी जगह बुरी ख़बरें आ रही हैं, ऐसे में गुरुग्राम से एक और बड़ी खबर का पता चला है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने कंपनी को गुरुग्राम से बहार शिफ्ट करने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार ने मारुति के इस निर्णय के बाद गुरुग्राम प्लांट के विकल्प के रूप में उसे तीन जगह जमीन देने की पेशकश की है।
किसी भी प्रदेश सरकार की यह बड़ी भूमिका हो जाती है, जब कोई विख्यात कंपनी ऐसा फैसला ले। हरियाणा सरकार ने जिन तीन जगहों पर भूमि देने की पेशकश की है उनमें से एक मानेसर में हैं, जहां मारुति की अपनी मुख्य फैक्ट्री है।
प्रदेश सरकार ने मानेसर के साथ – साथ सोहना और सोनीपत में खरखौदा को विकल्प के तौर पर मारुती को जगह के बारे में बताया है। मारुति विकल्प की तलाश कर रही है, ऐसे में यह अटकलें लगाई जा रही थी कि मारुति अन्य राज्यों में जमीन की तलाश कर रही है। लेकिन मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने अटकलों को विराम लगी दी है।
हरियाणा से बहार यदि कंपनी जाती है तो, यह खबर हरियाणा वासियों के लिए सुखद नहीं है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मारुति का नया प्लांट हरियाणा में होगा। भार्गव ने कहा, “हम विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, लेकिन हम हरियाणा के अंदर ही कहीं और जाएंगे। पुरानी दिल्ली-गुरुग्राम रोड पर स्थित गुरुग्राम में 39 साल पुराना प्लांट, कंपनी की पहली विनिर्माण सुविधा थी और यहां सालाना लगभग 7 लाख कारें बनाने की क्षमता है।
फरीदाबाद से बहुत से लोग मारुति के गुरुग्राम स्थित प्लांट में काम करते हैं, यदि किसी अन्य जगह पर प्लांट लगा तो फरीदाबाद वासियों के लिए कठिनाई हो जाएगी। गत वर्षों के दौरान जैसे-जैसे यह शहर एक विशाल मेगासिटी में तब्दील हो गया, इस दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी के लिए 300 एकड़ के परिसर में काम करना मुश्किल लगने लगा।
दिल्ली एनसीआर समेत इस प्लांट में कंपनी के यूनियन के सदस्यों के अनुसार, लगभग 15,000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों को रोजगार देता है। मारुति अपने प्लांट के विस्तार को लेकर राज्य सरकार के साथ लगभग एक साल से बातचीत कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक कार निर्माता 700 से 1,000 एकड़ तक की एक नई साइट की तलाश कर रहा है।