अस्पताल से कोरोना टेस्ट का हवाला देकर नवजात बच्चे को चुरा ले गई अज्ञात महिला

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जनता अस्पताल से कोरोना टेस्ट का हवाला देकर एक जच्चा से नवजात बच्चे को चुरा ले गई अज्ञात महिला कोरोना वायरस के दौर में आजकल सामान्य से लक्षण दिखने पर भी हर व्यक्ति का कोविड-19 टेस्ट करवाना आवश्यक हो गया है,

खासकर जो व्यक्ति इन दिनों अस्पताल में भर्ती हो या फिर किसी महिला ने नवजात शिशु को जन्म दिया हो तो ऐसे में शिशु का भी कोविड-19 टेस्ट करवाया जा रहा है।परिजन भी यह सोचते हैं कि उनके नवजात शिशु को किसी बात की दिक्कत ना हो इसलिए वह भी कोविड-19 टेस्ट के लिए हामी भर देते हैं।

परंतु जनता अस्पताल में एक बच्ची को जन्म देने वाली जच्चा को अपनी बच्ची का कोविड-19 टेस्ट करवाने के लिए हां बोला इतना महंगा पड़ गया कि अभी तक उसे उसकी बच्ची वापस नहीं मिल पाई।

दरअसल, जनता अस्पताल में एक नवजात की मां राजवती से उसकी बच्ची का कोरोना वायरस का टेस्ट कराने की बात कहकर एक अज्ञात महिला उनसे उनकी बच्ची ले गई। काफी देर होने के बाद जब वह महिला आसपास दिखाई नहीं दी, तो इस बात की सूचना पुलिस को दी गई।

पुलिस ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी की रिकार्डिंग भी देखी गई लेकिन उससे कोई सुराग नहीं लगा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग के आधार पर परिजनों ने एक महिला पर शक जाहिर किया था। जांच में पता चला कि वह महिला अस्पताल में अपने परिचित के साथ आई हुई थी। वह बैग से कपड़े निकाल रही थी।

शहर थाना प्रभारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि अस्पताल में महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। इसके बाद एक व्यक्ति नवजात बच्ची के परिजनों से मिला उसने खुद को सफाई कर्मचारी बताया।

बच्ची का कोरोना टैस्ट करवाने की बात उसने कही लेकिन परिजनों ने इंकार कर दिया। इसके बाद एक महिला आई और बच्ची का कोरोना टैस्ट करवाने की बात कहकर उसे ले गई। काफी देर तक जब महिला नहीं लौटी तो परिजनों ने अस्पताल स्टाफ व पुलिस को सूचित किया।

शहर थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे की चोरी होने के संदर्भ में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इस बार से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह किसी शातिर गिरोह का काम है।

जो महिला बच्ची को चुराकर ले गई है वह अस्पताल के पिछले दरवाजे से आई और वहीं से लौट गई। अस्पताल स्टाफ जैसे कपड़े पहने होने की बात से भी शहर थाना प्रभारी ने इंकार किया है।

इस खबर में इस्तेमाल की गई तस्वीर वो प्रतीकात्मक है उनको बस इस खबर के लिए इस्तेमाल किया गया है वास्तविक में इन बच्चों का इस खबर से कोई लेना देना नही है