महामारी के कारण सभी सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों का हाल सबसे बूरे दौर से गुजर रहा है। कम राजस्व मिलने के कारण प्रदेश की रोडवेज ने आगरा जाने वाली तीन बसों के रुट बंद कर दिए हैं। इस से फरीदाबाद से बस से आगरा जाने वाले यात्रियों की समस्या बढ़ गई है। महामारी का प्रकोप सभी पर पड़ रहा है।
फरीदाबाद से पहले आगरा के लिए 6 रुट चला करते थे, लेकिन अब 3 ही चला करेंगे। कुछ समय पहले भी रूट खराब होने के कारण रोडवेज ने सिर्फ 10 बसों को चलाने का निर्णय लिया था।
कोरोना वायरस ने जिस प्रकार सभी जगह अपनी जड़ें मजबूत कर ली हैं, उस से निकलना उतना ही कठिन होता जा रहा है। कुछ समय पहले रूट खराब के कारण फरीदाबाद बस अड्डे से आठ और पलवल से छह बसों को बंद किया गया था। यात्रियों को केवल सात बसों की सेवा उस समय मिली थी।
राजस्व न मिलना सभी विभागों के लिए बड़ी चिंता है, उस से बड़ी चिंता सरकार के लिए है। आगरा रुट की पहले जब बसें रोकी गईं थी तब विभाग से मिली जानकारी यह थी कि खराब रूट के कारण बसों को काफी क्षति पहुंच रही है। आए दिन बसें खराब हो कर बस डिपो पर खड़ी हो रही हैं। मेंटेनेंस का खर्च बढ़ रहा था इसलिए संख्या कम की थी।
महामारी का प्रकोप सबसे अधिक गरीबों पर ही पड़ा है। रूट कम होने के कारण बल्लभगढ़ से आगरा जाने वाली सवारियों को अब उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व दिल्ली की बसों के ऊपर निर्भर होना पड़ेगा ऐसा हो सकता है।
रोडवेज में सबसे अधिक गरीब ही सफर करते हैं। इससे सवारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा रोडवेज बस के बल्लभगढ़ बस अड्डे से आगरा के लिए छह रूट चलते थे। इसलिए सवारियों को बल्लभगढ़ बस अड्डे पर दूसरे प्रदेशों से आने वाली बसों की इंतजार में ज्यादा समय तक नहीं बैठना पड़ता था।