फरीदाबाद प्रशासन इतना कठोर हो जाएगा इसका अनुमान जिले वासियों ने कभी नहीं सोचा होगा। पसीने से भीगा देने वाली इस उमस भरी गर्मी से लोग पहले से ही परेशान हैं कि बिजली कटौती से लोगों की समस्या ओर अधिक बढ़ गई। अघोषित बिजली कटौती से पिछले 4-5 दिनों से फरीदाबाद वासी बेहद परेशान हैं। 1 नहीं 2 नहीं 3 नहीं अरे भाई 4 भी नहीं 5 से 7 घंटों का लंबा कट कर दिया जाता है।
अधिकारी और उनके परिवार वाले ऐसी में इन्वर्टर चला के आराम से मौज ले रहे हैं, लेकिन गरीबों को यह लोग झुलसती गर्मी में मरने के लिए छोड़रहे हैं। महामारी के कारण, सरकारी व गैर सरकारी स्कूल, कॉलेज व कोचिंग सेंटर आदि बंद होने के बावजूद घरेलू उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली नहीं मिल रही है।
पसीना बेह रहा होता है कि पहचान पाना कठिन हो जाएगा कि शरीर पर पानी की बोतल डाली है या कुछ अलग चीज़। पिछले कुछ दिनों से सर्कल में लगातार बिजली सप्लाई में गिरावट दर्ज की गई है। रिकॉर्ड के मुताबिक, 9 अगस्त को 175.74 लाख यूनिट बिजली की खपत हुई थी, वहीं 14 अगस्त को 157.16 लाख यूनिट और 15 अगस्त को 128.92 लाख यूनिट और 16 अगस्त को 135 लाख यूनिट बिजली की खपत हुई।
हेल्पलाइन नंबर पर फ़ोन करें तो कोई उठाता नहीं है। जनता को पागल समझा हुआ है इस समय। आए दिन बहुत से इलाकों में 6 से 12 घंटे का पावर कट लग रहा है। एनआईटी एरिया हो या सेक्टर का सभी जगह लोग परेशान हैं।
फरीदाबाद में जनता को जिस तरह अधिकारी पागल बना रहे हैं, उस से सरकार की छवि ख़राब हो रही है। सरकार को इन अधिकारीयों के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए। बिजली कटौती में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारी व कर्मचारी ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड, कंडक्टर डैमेज, सीटी (करंट ट्रांसफॉर्मर) ट्रिप व लाइनों में फॉल्ट आने का मुख्य कारण का बहाना बनाते हैं।