महामारी कोरोना का प्रकोप सभी को अपनी चपेट में लिए हुए है। देश हो या पप्रदेश सभी कोरोना से लड़ रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग अब औद्योगिक सुरक्षा को लेकर गंभीर हो गया है। विभाग की ओर से औद्योगिक इकाइयों में कोरोना जांच शिविर लगाए जाएंगे। जिले में पिछले दिनों में स्लम क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।
कोरोना वायरस का प्रहार बहुत ही खतरनाक है। लेकिन जिले जनता सतर्कता नहीं दिखा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को देखते हुए कोरोना मामलों में संवेदनशील क्षेत्रों की सूची भी तैयार कर ली है। ईएसआइ कारपोरेशन के रिकार्ड के अनुसार जिले में करीब 6 लाख ईएसआइ कार्डधारक हैं।
महामारी से निजात पाने के लिए हम सभी को सतर्कता का परिचय देना है। कोरोना टेस्ट भी ज्यादा से ज्यादा करवाने की आवश्यकता है। जितने भी कार्डधारक हैं इन सभी का बारी-बारी से टेस्ट किया जाना है। सुविधाओं से सुसज्जित स्वास्थ्य विभाग की वैन फील्ड में जाकर नमूने लेगी। इन वैन में लैब जैसी सुविधाएं होंगी। वैन में ही एक डाक्टर, लैब टेक्नीशियन तथा अन्य स्टाफ कर्मचारी मौजूद होंगे।
प्रदेश में सबसे अधिक मामलों वाला फरीदाबाद कोरोना को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। कोरोना मामले में अति संवेदनशील क्षेत्र सर्वाधिक सक्रिय केसों को देखते हुए संजय कालोनी, सेक्टर-23, जवाहर कालोनी, डबुआ कालोनी, पर्वतीय कालोनी, एसजीएम नगर, एनआइटी 1, 2, 3, 5 तथा अमर नगर ऐसे क्षेत्र हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में अति संवदेनशील हैं।
हर सरकार का धर्म होना चाहिए कि वे श्रमिकों के लिए काम करे। इन क्षेत्रों में अधिकतर मरीज श्रमिक हैं और ईएसआइ कार्डधारक हैं। इनके अलावा सेक्टर 3, 14, 15, 16, 18, 21, 22, 29, 30 तथा 46 में भी अधिक केस आए हैं। यहां अब भी सक्रिय केस हैं। कोरोना को हराके ही दम लेना है। सतर्कता का भी परिचय देना है।