हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी. दलाल ने कोविड-19 के झटकों से कृषि क्षेत्र को उबारने के लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत दो लाख करोड़ रुपए के रियायती ऋण का प्रावधान करने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आएगी और कृषि क्षेत्र के विकास की गति तेज करने में मदद मिलेगी।
आज यहां जारी एक वक्तव्य में श्री दलाल ने बैंकर्स व विभाग के अधिकारियों को आह्वान किया है कि वे केंद्र सरकार की तर्ज पर किसानों को ऋण उपलब्ध करवाने के लिए ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ व ‘पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड’ जारी करने का एक विशेष अभियान चलाएं।
उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि जब किसान आत्मनिर्भर और खुशहाल होगा, तभी प्रदेश खुशहाल होगा और देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी। कृषि क्षेत्र का देश की सकल घरेलू उत्पादन में अहम स्थान है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान आपदा को अवसर में बदलते हुए सरकार ने कई नई योजनाएं बनाई, जिनमें पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड, मेरा पानी मेरी विरासत और किसान मित्र क्लब प्रमुख हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य हर प्रकार के स्त्रोतों से किसान की आय में वृद्धि करना है।