हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का देश में सबसे पहले क्रियान्वयन करने में हरियाणा अग्रणी राज्य होगा क्योंकि राज्य में शिक्षा से सम्बन्धित सभी ढांचागत सुविधाएं पहले से ही सुदृढ़ है। श्री कंवर पाल ने कहा कि जैसे ही 7 अगस्त,2020 को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की गई थी,
इसके साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अध्ययन करने के निर्देश दिए गए थे। इसके क्रियान्वयन की रूप-रेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि गत दिनों चण्डीगढ़ में उत्तरी राज्यों के शिक्षाविदों के साथ उन्हें वेबिनार में हिस्सा लेने का अवसर मिला था। कई विश्वविद्यालयों के विभागाध्यक्षों व कुलपतियों ने शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में बड़े महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे।
इसके बाद राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का चार दिन का डिजिटल कॉन्कलेव हरियाणा राजभवन चण्डीगढ़ में चल रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि संभवत: हरियाणा ही देश का पहला राज्य है जिसने इतनी जल्दी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में पहल की है। उन्होंने कहा कि यह नीति 21वीं सदी के भारत ‘न्यू इंडिया’ को सशक्त बनाने के लिए युवाओं के लिए जरूरी शिक्षा और कौशल, देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर आगे बढ़ाने और भारत के नागरिकों को और सशक्त बनाने के लिए उन्हें अधिकतम अवसरों के लिए अनुकूल बनाने की नींव रखती है।
उन्होंने कहा कि पिछले 34 वर्षों से हमारी शिक्षा प्रणाली में कोई बदलाव नहीं हुआ और लोग डॉक्टर, इंजीनियर या वकील बनने को ही प्राथमिकता देते रहे। लोगों की रुचि, प्रतिभा और इच्छाओं के बारे में जानने की कभी कोशिश नहीं की गई जो अब नई नीति में की गई है।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में देश को जिस प्रकार की शिक्षा की आवश्यकता है उसके अनुरूप एक समग्र दृष्टिकोण अपनाकर ये नीति तैयार की गई है।