फरीदाबाद: पुलिस कमिश्नर श्री ओ पी सिंह ने आज कमिश्नर ऑफिस सेक्टर 21C में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए
श्री ओपी सिंह ने निर्देश दिए कि शहर में घटित होने वाले छोटे अपराध जैसे कि चोरी, नशा, जुआ इत्यादि पर लगाम लगाने की जरूरत है
एक नशा करने वाला व्यक्ति नशा करने के बाद अपना मानसिक संतुलन खो देता है और बाद में यही नशा उसकी आदत बन जाती है। जब उसे यह नशा नहीं मिलता तो उसे पाने की तलब में वह अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है। नशा खरीदने के लिए जब इंसान के पास पर्याप्त पैसे नहीं होते तो वह अपने परिवार, दोस्तों व सगे संबंधियों से पैसों की मांग करता है । यदि वह मांग पूर्ण नहीं हो पाती तो वह चोरी जैसी घटना को अंजाम देता है
कई बार छोटे-छोटे अपराध कर बच जाने की वजह से ही बाद अपराधी बड़े अपराध को अंजाम देता है। जब एक अपराधी चोरी की घटना को अंजाम देकर जेल चला जाता है तो वापस आने के बाद फिर से चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है। बाद में यही चोरी की गई संपत्ति बड़े अपराधों जैसे की लूट डकैती इत्यादी को अंजाम देने में प्रयोग होती है।
जुआ खेलने का आदि व्यक्ति ज्यादा संपत्ति अर्जित करने के लालच में जो धन पहले से उसके पास है उसे भी गवां बैठता है जिसकी वजह से उसके घर में लड़ाई झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जो बाद में व्यक्ति को नशे और चोरी के दलदल में धकेल देती है
पुलिस कमिश्नर ने आदेश देते हुए बताया कि यदि हमें बड़ी घटनाओं को कंट्रोल करना है तो हमें शहर में घटित होने वाले छोटे छोटे अपराधों पर रोक लगानी होगी
साथ ही उन्होंने बताया कि साइबर से संबंधित अपराध आजकल देखने को मिल रहे हैं। आज के इस आधुनिक युग में अपराधी साइबर अपराध करने के नए-नए तरीके निकाल रहे हैं जिन्हें काबू में करने की आवश्यकता है