फरीदाबाद में बढ़ते कोरोना के केसेस को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कोरोना के मरीज़ो की सहूलियत के लिए जगह जगह क्वारंटीन सेंटर बनाये हैं जिससे की मरीज़ो को कोरोना के इलाज के लिए भटकना न पड़े | सरकार द्वारा प्राप्त कराई गयी लगभग सभी सुविधाओं का आम जनता निश्चित रूप से फायदा उठाती है पर बीते दिन शनिवार २२ अगस्त २०२० को फरीदाबाद स्थित पाली गांव के एक क्वारंटीन सेंटर की तस्वीरें देख कर आपके होश उड़ जायेंगे |
इस बात की पुष्टि खुद वहां इलाज करवा रहे एक मरीज़ के दोस्त ने की है | मरीज़ के दोस्त ने ट्वीट करके फरीदाबाद के डी सी यश पाल यादव को सूचित किया साथ ही मदद की भी मांग की | तस्वीरो में पीने का पानी, डस्टबिन, वाशबेसिन और यहाँ तक की बाथरूम में कमोड भी बुरे हाल में दिखाई दिए |
सरकारी अस्पतालों में लापरवाही के ऐसे कई दृश्ये देखे गए हैं | कुछ ऐसा ही दृश्य ई.इस.आई.सी अस्पताल में लॉक-डाउन ३ के दौरान देखने को मिला था | जहां न तो साफ़ सफाई का ध्यान रखा जा रहा था और न ही खाने पीने का ही कुछ सही इंतज़ाम था |
जहां एक ओर कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अधिक से अधिक लोगो को साफ़ सफाई की एहमियत साझायी जा रही है तो वहीं सरकारी क्वारंटीन सेंटर में ऐसी लापरवाही के किस्से आम हो गए हैं | क्या पाली गांव इतना दूर हो गया है कि फरीदाबाद के जांच अधिकारी वहां ध्यान नहीं दे पा रहे हैं | सवाल ये है कि ऐसे हालात में कोई भी मरीज़ इलाज करवाने सरकारी अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटर्स पर विशवास कैसे कर सकता है |