लॉकडॉउन में सरेआम खुले है ठेके क्या एसेंशियल समान की लिस्ट में है शामिल

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हरियाणा में शनिवार और रविवार को लॉकडाउन के आदेश के लिए घर वाले मंत्री ने एकाएक टवीट करके फरमान जारी कर दिया की अब से हर शनिवार और रविवार को सभी दुकाने बंद रहेंगी। सूबे के सरदार अभी कुछ समय के लिए घर पर ही रुक गए है

लेकिन जैसे ही सीएम ने खुद को एकांतवास में रखा वैसे ही प्रदेश के गृह मंत्री ने कमान अपने हाथो में लेकर नए आदेश दे दिए जैसे ही आदेश आये वैसे ही अधिकारियो ने इसको लागु करने की घोषणा कर दी।

लॉकडॉउन में सरेआम खुले है ठेके क्या एसेंशियल समान की लिस्ट में है शामिल

मिडिया और सोसल मिडिया के जरिये लोगो ने इस फरमान के बारे में जाना और इस आदेश को तुगलगी फरमान घोषित कर अत्याचार की श्रेणी में लेकर खड़ा कर दिया । इस आदेश अनुसार केवल जरुरी सामानो की दुकानों को ही खोला जायेगा।

गृहमंत्री अनिल विज द्वारा इस आदेश पर कहना है की देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए यह आदेश निकाले है

लॉकडॉउन में सरेआम खुले है ठेके क्या एसेंशियल समान की लिस्ट में है शामिल

गृहमंत्री काफी समय से कहे रहे थे की वीकेंड पर लॉकडाउन लगा देना चाहिए पर सूबे सरदार के साथ उपमुखिया ने भी इसको सरे से नकार दिया और कहा की यह किसी समस्या का समाधान नहीं है।

सूबे के सरदार के बाद इस आदेश को पारित कर गृहमंत्री ने अपनी ताकत दिखा दी लेकिन भी इस बात का जिक्र तक नहीं किया गया की शराब की दुकनों को बंद रखा जाएगा क्या घर वाले मंत्री ने शराब को ज़रूरी समान समझते है या फिर वहाँ से आना वाला मुनाफा उनको इस पर एक्शन लेने के लिए रोक रहा है

लॉकडॉउन में सरेआम खुले है ठेके क्या एसेंशियल समान की लिस्ट में है शामिल

यानि वीकेंड मतलब अब लोगो को और ज़्यादा आनंद देगा ,और दे भी क्यों ना इस पर न कोई रोक है न टोक क्योंकि शायद यह उन सभी जरुरी सामने की लिस्ट में आती है

जिसके बिना जीना लोगो के लिए मुश्किल होता है यह मैं नहीं बोल रही हूँ यह वो आदेश अप्रत्यक्ष रूप से कह रहा है की शराब जरुरी सामान की लिस्ट में शामिल हो गई है वही फरीदाबाद में खुलेआम शराब के ठेके खुल रहे सरेआम इसकी विक्री हो रही है