सोने चांदी के दामों में आई गिरावट जानिए कितना है आज का भाव

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आज भी भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट जारी है। लगातार चौथे दिन सोना वायदा की कीमत कम हुई।

आज एमसीएक्स पर अक्तूबर का सोने वायदा 0.3 फीसदी गिरकर 51,865 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था। चार दिनों में सोने का वायदा भाव लगभग 1,700 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर गया।

सोने चांदी के दामों में आई गिरावट जानिए कितना है आज का भाव

चांदी की कीमत भी हुई कम

चांदी की बात करें, तो एमसीएक्स पर सितंबर का चांदी वायदा एक फीसदी गिरकर 66,426 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया। पिछले सत्र में सोना 0.3 फीसदी गिरा था जबकि सितंबर के चांदी वायदा में एक फीसदी की गिरावट आई थी। सात अगस्त को 56,200 रुपये के उच्च स्तर से सोने की कीमत अब तक करीब 4,300 रुपये प्रति 10 ग्राम गिर चुकी है।

वैश्विक बाजारों में भी गिरावट

वैश्विक बाजारों में एक स्थिर अमेरिकी डॉलर के बीच आज सोने की कीमतें कम हो गईं। आज हाजिर सोना 0.3 फीसदी घटकर 1,933.37 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि अमेरिका का सोना वायदा 0.4 फीसदी गिरकर 1,910.10 डॉलर प्रति डॉलर पर आ गया। अन्य कीमती धातुओं में, चांदी 0.6 फीसदी गिरकर 26.54 डॉलर प्रति औंस पर आ गई जबकि प्लैटिनम 0.5 फीसदी फिसलकर 913.78 डॉलर पर आ गया। पिछले सत्र में अन्य प्रमुख सूचकांक के मुकाबले डॉलर इंडेक्स 93.207 पर स्थिर रहा। निवेशकों को फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा इस सप्ताह के अंत में जैक्सन हॉल में दिए जाने वाले भाषण का इंतजार है, जिससे उन्हें अमेरिका की मॉनिटरी पॉलिसी का संकेत मिलेगा।

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भारत में पिछले सप्ताह उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने सोने की जांच और हॉलमार्किंग केंद्रों के पंजीकरण और लाइसेंसों के नवीकरण के लिए एक ऑनलाइन प्रणाली की शुरुआत की। पासवान ने वीडियो कॉन्फ्रेस से प्रणाली का उद्घाटन करने के बाद कहा कि ऑनलाइन प्रणाली से उन जौहरियों और उद्यमियों के लिए कारोबार सुगमता बढ़ेगी, जिन्होंने हॉलमार्किंग केंद्र बनाया है या बनाना चाहते हैं। अभी सोने की हॉलमार्किंग करना स्वैच्छिक है।

जून 2021 से अनिवार्य होगी हॉलमार्किंग

हालांकि, जून 2021 से इस कारोबार में हॉलमार्किंग अनिवार्य हो जाएगी और तब सर्राफा दुकानदारों द्वारा बेचे जाने वाले सोने के लिए हॉलमार्क गुणवत्ता प्रमाणीकरण जरूरी होगा। अभी देश में 234 जिलों में 921 हॉलमार्किंग केंद्र हैं। पासवान ने कहा, ‘सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग अनिवार्य होने के बाद पंजीकरण कराने वाले जौहरियों की संख्या बढ़कर पांच लाख पहुंच जाएगी। अभी यह मात्र 31,000 है। ऑनलाइन प्रणाली के तहत नया केंद्र स्थापित करने या मौजूदा लाइसेंस के नवीकरण के लिए आवेदन ऑनलाइन किया जा सकेगा।’

रॉयटर्स के मुताबिक, भारत में पिछले हफ्ते भौतिक सोने के डीलरों ने विदेश से अधिक बुलियन प्रवाहित होने के बावजूद छूट की पेशकश की। सर्राफा बाजार में सोने की कमजोर मांग की वजह से तगड़े डिस्काउंट दिए गए। साथ ही लगातार हो रहे आयात के चलते भी सोने की खरीदारी बढ़ाने के लिए तमाम डिस्काउंट दिए गए। बता दें कि भारत में सोने की कीमतों में तीन फीसदी हिस्सा जीएसटी का होता है और 12.5 फीसदी हिस्सा आयात शुल्क का होता है।