म्युनिस्पिल कारपोरेषन ईम्पलाईज फैडरेषन के कार्यकारी प्रधान शाहाबीर खान, महासचिव महेन्द्र चैटाला, कार्यालय कर्मचारी यूनियन के प्रधान नरेष बैंसला, मकैनिकल वर्करज यूनियन के प्रधान रमेष पहलवान ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए बताया। फैडरेषन नेताओं ने निगम कर्मचारियों को आह्वान किया है कि कर्मचारियों के मान-सम्मान के रक्षा की खाातिर किये जाने वाले इस संघर्ष में बढ़-चढ़ कर भाग लें।
इससे पूर्व इसी अधिकारी के द्वारा निगम कर्मचारियों की गलत तरीके से लगाई गई अनुपस्थिति के विरोध में निगम मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्षन करते हुए इस अधिकारी के विरोध में जमकर नारेबाजी की। उन्होंने बताया कि निगम के एन.आई.टी. जोन के संयुक्त आयुक्त की बेहूदापूर्ण हरकतों से जुड़ी अनेकों घटनायें और अपनी सीमाओं से परे जा कर के आदेष पारित किये जाने के कारण न केवल निगम की आम जनता में बदनामी हो रही है।
बल्कि निगम के कर्मचारी व अधिकारी भी उनकी इन हरकतों से परेषान हैं। उन्हांेने बताया कि आज 24 अगस्त को सुबह एक बैठक के दौरान संयुक्त आयुकत अटकान ने सभी मर्यादाओं को ताक पर रख कर के निगम के आई.टी. विंग में कार्यरत अक्षय कुमार व मुकेा नामक प्रोग्रामर के साथ गाली गलौच की और जूते मारने तक की बात कही, जिसके परिणामस्वरूप निगम कर्मचारियों में भारी गुस्सा है। इतना ही नहीं इस अधिकारी ने अपनी गलती को कवर करने के लिए इन कर्मचारियों के विरूद्ध एफ.आई.आर. तक दर्ज करने की लिखित धमकी इन्हें दी है।
उन्होंने बताया कि माननीय पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के द्वारा इस अधिकारी को स्थानांतरण के विरूद्ध स्थगनादेश दिया हुआ है, उसका मतलब नहीं है कि यह अधिकारी अपनी सीमाओं का अतिक्रमण करके गैरकानूनी काम करते हुए कर्मचारियों के साथ गाली गलौच की भाषा में बात करेगा।