एक तरफ फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी के नाम से जाना जाता है ।वही दूसरी और सर्वेक्षा स्वछता अभियान में फरीदाबाद को गंदगी में 19वा स्थान प्राप्त हुआ है ।तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद अब कितना स्मार्ट हो चुका है ।
साफ सफाई का ज़िमा सरकार ने चीनी कंपनी( इको ग्रीन) को दिया है ।बता दे कि भारत सरकार द्वारा इको ग्रीन कंपनी को लगभग 20साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है ।चीन हर चीज़ में धोका धड़ी कर रही है ,अब इको ग्रीन ने भी अपनी रंगत दिखानी शुरू कर दी है ।वेषक इको ग्रीन कॉन्ट्रैक्ट पर भारत मे काम कर रही है लेकिन अपना काम सही से ना करके इको ग्रीन ने दिखा दिया है कि आखिरकार है तो वो चीनी कंपनी ।
कुछ ऐसी ही समस्या फरीदाबाद के सेक्टर 18 में देखने को मिली ।स्थानीय लोगो ने बताया कि उनके एरिया में 5 दिनों से कोई कूड़ा कचरा उठाने नही आया ।जिसकी वजह से सोसाइटी में काफी कूड़ा इकठ्ठा हो गया है ।कूड़ा इकट्ठा होने के कारण काफी स्थानीय लोगो को काफी दिक्कत हो रही है ,कूड़े में से बदबू आने के कारण वह से गुजरना भी मुश्किल हो रहा है ।गंदगी भडने के कारण बीमारियों का खतरा भी भड़ रहा है ।काल करने पर कोई कॉल नही उठा रहा है ।
एक तरफ कोरोना काल का खतरा बढ़ रहा है वही दूसरी और इस तरह की समस्या भी अपनी रफ्तार पकड़ रही है ।कोरोना से बड़ा खतरा हमारे शहर की गंदगी है जिसे हम सबको निजात पाने की जरूरत है ।
लेकिन इसके लिए सरकार और जनता दोनों को सहयोग करना होगा ।अकेले प्रशाशन शहर की गंधगी का सफाया नही कर सकती ,इसके लिए जनता का सहयोग भी उतना ही जरूरी है ।
लेकिन सवाल तब उठता है जब प्रशासन ही जनता के साथ सहयोग नही करती ?