मैं रोजाना लिखूँगा और तब तक लिखूँगा जब तक नगर निगम फरीदाबाद के भ्रष्ट अधिकारी या कोई पार्षद, मंत्री हमारी समस्या सुन नहीं लेता। पिछले 10 साल से कोई ध्यान नही दिया जा रहा इस गली न 28 वार्ड 3 पर। क्या हम सिर्फ वोट देने के लिए है बस ? इन्हीं शब्दों के साथ बार – बार एक व्यक्ति सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत ट्विटर के माध्यम से कर रहा है, लेकिन कोई सुध नहीं लेता।
गली न 28 वार्ड 3 में दरअसल, लोग बारिश में भरे पानी से और वहां एक निजी फैक्ट्री से परेशान हैं। यहां के रिहाइशी इलाके मे दिन रात ध्वनि प्रदूषण करती एक प्रेस शॉप ने बच्चो की पढ़ाई करना और बुजुर्गों का जीना मुश्किल कर दिया है और इन्हीं शब्दों के साथ सुंदर सिंह नामक व्यक्ति अपनी समस्या बयान करता है।
सुंदर सिंह का कहना है कि उन्होंने अपनी समस्या को लेकर ट्विटर पर बहुत बार शिकायत की लेकिन कोई जवाब नहीं देता है। सोशल मीडिया पर हर एक छोटा से छोटा काम डालने वाले विधायक हो या पार्षद उनके एरिया के उनको जवाब नहीं देते।
यह समस्या वहां के लोगों को 10 साल से अधिक समय से हो रही है, लेकिन कोई राजनेता हो या निगम उनकी व्यथा सुन ने को तैयार नहीं। क्या नगर निगम सिर्फ ट्विटर पर स्क्रॉलिंग करने के लिए हैं ? क्या यहां के विधायक अपनी फोटोज और वीडिओज़ डालने के लिए हैं ?
किसी भी अधिकारी या राजनेता का पहला धर्म जनता को सुनना होता है, लेकिन यहां पर सभी नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। जलभराव की समस्या सिर्फ वार्ड नंबर 3 में ही नहीं बल्कि समूचे फरीदाबाद में है, लेकिन फिर भी निगम उसको अनदेखा कर रहा है। यह कहना व्यर्थ नहीं होगा कि फरीदाबाद शहर में कोरोना के मामले और फरीदाबाद नगर निगम में भ्रष्टाचार के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं।