फरीदाबाद में यमुना किनारे बसे गांव अरुआ के किसानों की मदद के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा अभी तक पंटून पुल का निर्माण न किए जाने के चलते गांव के लोगो ने स्वयं आगे आकर पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
जिसके चलते गांव के लोगो द्वारा कट्टो में मिट्टी भरकर यमुना नदी पर पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
दरअसल यमुना के किनारे के किसान प्रत्येक वर्ष यमुना को पार कर उत्तर प्रदेश की सीमा में कटाई एवं बुवाई के लिए जाते है जिसके लिए प्रत्येक वर्ष लोक निर्माण विभाग द्वारा किसानों की समस्या को देखते हुए अक्टूबर से 15 जून तक पंटून पुल बनाया जाता है लेकिन इस वर्ष जनवरी में पहाड़ों में हुई अधिक वर्षा के कारण यमुना का जल स्तर काफी बढ़ गया है जिस कारण पुल के कैप्सूल के यमुना में ना बह जाए इस कारण पुल को जल्दी हटा लिया गया।
लेकिन पुल के हट जाने के कारण किसानों को यमुना के उस पार तक आने जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है जिस कारण किसानों में स्वयं ही यमुना पर कट्टो में मिट्टी भर कर पंटून पुल बनाने का निर्णय लिया है जिसके लिए गांव के लोगो ने कार्य शुरू भी कर दिया है।
किसानों का कहना है उनके गांव में पंटून पुल न होने के कारण उन्हें अपनी फसलों कि कटाई के लिए छायासा गांव के पंटून पुल से होकर गुजरना पड़ रहा है जिसके लिए उन्हें 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है।
किसान जहां एक तरफ मौसम कि मार झेल रहा है वहीं अन्य सम्साए भी किसानों के लिए उतना ही चिंता का सबब बनी हुई है। किसानों का कहना है कि यमुना के जलस्तर में इस प्रकार की बढ़ोत्तरी उनके लिए भी अकल्पनीय थी लेकिन फसलों कि कटाई भी आवश्यक है इसलिए उनके द्वारा स्वयं ही पंटून पुल बनाने का निर्णय लिया गया है।