एक तरफ कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर है वही दूसरी तरफ अतिक्रमण थमने का नाम नही ले रहे है ।
चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली स्थिति ऐतिहासिक नगरी के मुख्य बाजार की है। यहां कुछ दिन पहले प्रशासनिक अधिकारियों ने दल बल के साथ कार्रवाई करते हुए बाजारों से अतिक्रमण हटा दिया था, तो काफी कुछ सुधर गया था। अब फिर वही हालात होने लगे हैं। मेन बाजार में प्रशासन की अनदेखी के चलते अब धीरे-धीरे दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे रेहड़ी व सामान लगाकर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है। यदि समय रहते कार्रवाई न हुई, तो फिर पहले जैसे हालात हो जाएंगे।
बल्लभगढ़ मेन बाजार में अतिक्रमण को हटाने के लिए चार दिसंबर को एसडीएम त्रिलोक चंद, एसीपी जयवीर राठी, पुलिस बल और नगर निगम के कर्मचारियों ने पैदल चल कर अतिक्रमण हटाए थे। डिजिटल फोटोग्राफी की थी। इस फोटोग्राफी में जिन दुकानों के सामने ज्यादा दूर तक सामान लगाकर अतिक्रमण किया हुआ था, ऐसे 22 दुकानदारों के चालान भी काटे थे। इन चालानों का क्या हुआ, ये भी किसी को कुछ पता नहीं है। हालांकि नगर निगम प्रशासन का कहना है कि चालान संबंधित दुकानदारों को सौंपे जा चुके हैं।
तब एसीपी राठी ने जिन पुलिस चौकी इंचार्जों को अतिक्रमण को लेकर लताड़ लगाई थी, अब उन चौकियों के सामने भी फिर से अतिक्रमण हो गया है। यदि ये ऐसे ही चलता रहा, तो बाजार से आना-जाना मुश्किल हो जाएगा। किसी दिन आगजनी जैसी घटना हो गई, तो फायर ब्रिगेड की गाड़ी और एंबुलेंस का घटना स्थल पर पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
अतिक्रमण हटाना वैसे तो नगर निगम का कार्यक्षेत्र है। यदि जल्दी ही नगर निगम की तरफ से अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो मजबूर होकर दोबारा से कार्रवाई करनी पड़ेगी।