कोरोना वायरस का संक्रमण घटता है और फिर अचानक से इसकी दर बढ़ने लगती है। इस बात को समझ पाना मुश्किल है कि आखिर कौन-से फैक्टर्स ऐसे हैं, जिन पर तुरंत काम करने से इस वायरस का संक्रमण फैलना कम हो जाए। लेकिन इस वायरस के बारे में जितनी तेजी से नई-नई जानकारी सामने आ रही हैं, वे लगातार कुछ नया सिखा रही हैं।कोरोना वायरस से निजात पाना स्वास्थ्य विभाग के लिए टेढी खीर बन गया है ।हजारो दावे वेशक स्वास्थ्य विभाग करता हो और कहता हो कि इस स्थिति पर काबू पा लिया गया है लेकिन रोज नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग के दावे फेल होते नजर आ रहे है।आम आदमियों के साथ साथ दफ़्तर में बैठे अधिकारी और सदन में बैठने वाले नेताओ को भी इसने अपनी चपेट में ले लिया है ।
आज के कोरोना बुलेटिन के अनुसार फरीदाबाद में
24 घंटे में 150 नए करोना मरीज़ पाए गए।वही 98 मरीज़ो को ठीक होने पर आज घर भेज दिया गया है।
खुशी की बात ये है कि 24 घंटे में सिर्फ एक कि मौत हुई है ।
डाक्टर राम भगत ने बताया कि सभी मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रकार पर्यावरण स्वच्छता और शुद्धीकरण के बारे में सरकारी व निजी विभागों के कर्मचारियों को दैनिक आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की पृष्ठभूमि को देखते हुए आम जनता को सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी हिदायतों की अनुपालना करने की सलाह दी जाती है। लोगो को ध्यान रखना चाहिए कि खाँसी व छींकते समय रूमाल या तौलिया का उपयोग अवश्य करें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोते रहें। जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। सार्वजनिक स्थलों व सभाओं में जाने से बचें। जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा की है, उन्हें राष्ट्रीय, राज्य या जिला हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना देनी चाहिए।
जब प्रशासन द्वारा जनता को बचाने के इतने प्रयास किए जा रहे हैं तब ना जाने क्यों कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है। कोरोना से बचने के लिए लोगों को चाहिए कि वे फेस मास्क का प्रयोग करें व सोशल डिस्टेंस बनाए रखें।