पांच माह से थमी ज़िन्दगी अब फिर से पटरी पर आने लगी है ।पूरा शहर इस वक्त कोरोना की चपेट में आया हुआ है । जिंदगी की रफ्तार मानो थम सी गयी है ।जिसके चलते देश की अर्थ व्वयस्था भी थमती जा रही है ।लेकिन सरकार धीरे धीरे देश की अर्थ व्यवस्ता को पटरी पर लाने की कोशिश कर रही है ।ताकि ज़िन्दगी की रफ्तार फिर से उसी स्पीड में चल सके ।
अर्थवयवस्था की रेल को फिर से पटरी पर लाने के लिए हर चीज़ खोली जा रही है ,लेकिन सभी चीजों को खोलने के इस बार नियम कानून थोड़े अलग है।उसी तरह अनलॉक 4 के दौरान मेट्रो को खोलने के आदेश दिए गए ।वही इस बीच खबर आ रही है कि हरियाणा में मेट्रो का परिचालन 10 सितंबर से होने पर भी फीडर बसों परिचालन बंद रहेगा। उसके अलावा मेट्रो स्टेशन यात्रियों के गंतव्य तक पहुंचने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम द्वारा संचालित ई-रिक्शा पर भी परिचालन नहीं होगा, ताकि मेट्रो में ज्यादा भीड़ ना हो पाए।
उधर, डीएमआरसी के अनुसार शुरुआत में मेट्रो में कम यात्रियों को ही सफर करने दिया जाएगा। इस वजह से स्टेशनों के 40 फीसद गेट बंद भी रखे जाएंगे, इसलिए अभी मेट्रो फीडर बसों व ई-रिक्शा को सड़क पर उतारने की तैयारी नहीं है। वहीं 29 मेट्रो स्टेशनों से 1050 ई-रिक्शा का परिचालन भी डीएमआरसी ही करता था। उन मेट्रो स्टेशनों के तीन से चार किलोमीटर के दायरे में ई-रिक्शा की सुविधा उपलब्ध होती थी। हालांकि कई इलाकों में निजी ऑपरेटर भी ई-रिक्शा का संचालन करते हैं। ऐसे ई-रिक्शों का परिचालन हो सकता है।
मेट्रो में सफर करने वाले अक्सर जब मेट्रो स्टेशन पर पहुंचते हैं और कार्ड पंच करते हैं, तब पता चलता है कि कार्ड में पैसे खत्म हो गए हैं। ऐसे में या तो कस्टमर केयर सेंटर पर या वेंडिंग मशीनों पर जाकर कार्ड रीचार्ज कराना पड़ता है। इस दौरान कभी वहां लंबी लाइन लगी रहती है, तो कभी वेंडिंग मशीन नोट एक्सेप्ट नहीं करती। कस्टमर केयर सेंटर पर 200 रुपये से कम का रीचार्ज नहीं होता, तो कभी पता चलता है कि न कार्ड में पैसे बचे हैं, ना जेब में कैश है। यहां तक कि ऑनलाइन रीचार्ज कराने के बाद भी कार्ड को ऐड वैल्यू मशीनों में डालकर उसे वैलिडेट कराना पड़ता है। भविष्य में मेट्रो के मुसाफिरों को इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए डीएमआरसी ने स्मार्ट कार्ड (Smart card for Delhi Metro) को ऑटोमैटिक तरीके से टॉपअप (smart card to top up automatically) कराने की नई सुविधा शुरू की है।
डीएमआरसी (DMRC) के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह ने कहा कि इससे कैशलेस ट्रैवल और डिजिटल पेमेंट सिस्टम को बढ़ावा मिलेगा। एक प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी ने डीएमआरसी और नैशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से ‘ऑटोपे’ मोबाइल ऐप और उसका सॉफ्टवेयर डिजाइन किया है। इसकी मदद से स्मार्ट कार्ड में पैसे खत्म होते ही अपने आप टॉपअप किया जा सकेगा। ऑटोपे ने इस नई सुविधा से लैस नए लुक वाला एक नया स्मार्ट कार्ड भी लॉन्च किया है, लेकिन पुराने कार्डधारकों को चिंता करने की जरूरत नहीं। जब मेट्रो चालू होगी तब पुराने स्मार्ट कार्ड में भी इस नए फीचर को ऐड करवा सकेंगे।
इस स्मार्ट कार्ड में ऑटोमैटिक टॉपअप की सुविधा दी जा रही है। जैसे ही किसी के स्मार्ट कार्ड में जमा रकम 100 रुपये से कम हो जाएगी, तो अगली बार जब भी एएफसी गेट पर कार्ड पंच करेंगे, तभी स्मार्ट कार्ड अपने आप रीचार्ज हो जाएगा और उसमें 200 रुपये की टॉपअप वैल्यू ऐड हो जाएगी। कस्टमर अपने जिस बैंक अकाउंट, यूपीआई अकाउंट या क्रेडिट कार्ड को ऑटोपे ऐप से लिंक्ड करेगा, कार्ड रीचार्ज होने के अगले वर्किंग डे पर उतनी रकम अपने आप अकाउंट से डेबिट कर दी जाएगी।
ऑटोपे सुविधा का लाभ लेने के लिए मोबाइल पर ऑटोपे ऐप डाउनलोड करना होगा। ऑटोपे की मोबाइल साइट पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके बाद बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड या यूपीआई अकांउट को लिंक करना होगा और उसके बाद तुरंत यह सुविधा शुरू हो जाएगी। हर ट्रांजैक्शन पर एक फीसदी ट्रांजैक्शन फीस भी चुकानी होगी, जो रिचार्ज किए गए अमाउंट के साथ ही अकाउंट से डीडक्ट हो जाएगी।
हर टॉपअप पर 5% डिस्काउंट भी
जिनके पास पुराने मेट्रो कार्ड हैं, उन्हें ऑटोपे ऐप पर रजिस्ट्रेशन करने के तीन दिन बाद किसी भी मेट्रो स्टेशन के कस्टमर केयर सेंटर पर जाना होगा, जहां इसे एक्टिवेट कर दिया जाएगा। एक बार रजिस्ट्रेशन और एक्टिवेशन के बाद दोबारा यह एक्सरसाइज नहीं करनी पड़ेगी। नया ऑटोपे कार्ड लेने के लिए ऐप पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद कार्ड की होम डिलिवरी भी करवा सकते हैं। साथ ही रीचार्ज की रकम में इच्छानुसार बदलाव भी कर सकते हैं। हर टॉपअप पर 5 प्रतिशत का अतिरिक्त डिस्काउंट भी मिलेगा।
मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि आनेवाले समय में सोशल डिस्टेंसिंग और कॉन्टैक्टलेस सेवाओं पर विशेष जोर दिया जाएगा। ऐसे में ऑटोमैटिक टॉपअप की सुविधा से काफी फायदा होगा। हालांकि जिन लोगों को यह सुविधा नहीं लेनी हैं, उनके कार्ड पहले की तरह काम करते रहेंगे।