फरीदाबाद में पिछले दिनों हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश के बाद अब कहीं जाकर प्रशासन की कुंभकरण वाली नींद ने टूटने का नाम लिया है। इसके बावजूद भी कुंभकरण वाली नींद टूटने का भी कोई फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा है।
बल्कि निगम प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य भी आम जन की परेशानी का सबब बन रहा है। इसका तात्पर्य तो यही हो सकता है कि जिला प्रशासन लोगों को राहत देने का दिखावा कर उनकी परेशानी को और बढ़ावा दे रही है।
दरसअल, फरीदाबाद का हाल किसी भी नेता से छिपा नहीं है। फरीदाबाद के निवासी सहित नेता और सांसद तक जानते हैं कि बूंद बूंद हुई बारिश के बाद में फरीदाबाद की सड़कें जलमग्न हो जाती हैं।
इतना ही नहीं कई बार तो कुछ मिनट हुई बारिश में भी फरीदाबाद की सड़कें पानी में कहीं गुम हो जाती हैं। जिसके बाद आम जनता का ऐसे जोखिम भरे रास्तों से निकलना किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता दे रहा होता है।
अब जहां जिला प्रशासन ने आमजन को राहत देने के कार्य शुरु देखिए तो वही यह कार्य अब किसी दिखावे से कम साबित नहीं हो रहे हैं, और यह दिखावा अब आमजन की परेशानियों को बढ़ावा दे रहा है।
इसका जीता जागता उदाहरण फरीदाबाद के अंतर्गत आने वाले सेक्टर 16 हिंदी क्राउन प्लाजा मॉल के पीछे प्रशासन द्वारा टाइल्स के कार्यों को देखकर लगाया जा सकता है जो पिछले 2 दिनों से सड़क किनारे रेता और फुटपाथ पर लगने वाली टाइलें ऐसे ही पड़ी हुई है जिससे लोगों को आने जाने में खासी परेशानी हो रही है।
अब ऐसे में इन तस्वीरों से साफ साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन द्वारा किए गए विकास कार्य आमजन की परेशानियों का रोड़ा बने हुए हैं। निर्माणाधीन सामग्रियों के सड़क पर पड़े होने के कारण वहां से गुजरने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है,
लेकिन पिछले 2 दिनों से इन सामग्रियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। वहीं सड़क पर टाइल लगाने का निर्माण कार्य ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है। ऐसे में शायद ही निगम प्रशासन का कोई नुकसान हो लेकिन आमजन इसका खामियाजा अकारण ही भुगत रहा है।