दिव्यांग छात्रों को दाखिले की प्रक्रिया के लिए कॉलेज आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दिव्यांग छात्रों के लिए उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने इंक्लूसिव एडमिशन योजना का गठन किया है। जिसके तहत दिव्यांग छात्रों को एक मिस कॉल पर ही एडमिशन से जुडी तमाम जानकारियां दे दी जाएंगी।
इस योजना के अंतर्गत उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किये जाएंगे। दिव्यांग छात्रों को दाखिला लेने के लिए इन हेल्पलाइन नम्बरों पर मिस कॉल देनी होगी। मिस कॉल वाले नंबर से छात्र के पास पुनः फ़ोन आएगा।
छात्र से जानकारी मिलने के बाद उसे पंजीकृत किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को बेहतर रूप से चलाने के लिए इंक्लूसिव एडमिशन टीम का भी गठन किया जाएगा। इस टीम का हिस्सा कॉलेज के छात्र होंगे। इस टीम में तकरीबन 50 से 60 विद्यार्थियों को जोड़ने की बात की जा रही है।
जिन छात्रों के पास घर में कंप्यूटर, लैपटॉप और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध होगी वह सभी इस टीम का हिस्सा बन सकते हैं। साथ ही साथ उच्चतर शिक्षा विभाग ने भी कॉलेज छात्रों को बतौर वॉलंटियर जुड़ने के लिए प्रेरित किया है।
इसके लिए शिक्षा विभाग ने अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इस काम के लिए बतौर वॉलंटियर जुड़ने वाले छात्रों को प्रशिक्षण पत्र भी दिया जाएगा। दाखिले के दौरान सभी छात्रों का वाट्सएप ग्रुप बनाकर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। बहरहाल सभी कॉलेजों से छात्रों के नाम मांगे गए हैं।
नेहरू कॉलेज के प्राचार्य ओपी रावत ने बताया कि इस संबंध में उन्हें शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश प्राप्त हो चुका है। उच्चतर शिक्षा विभाग को जल्द ही वॉलंटियर छात्रों की सूची भेज दी जाएगी। इसमें दिव्यांग छात्रों को कॉलेज आने से मुक्ति मिल जाएगी।
साथ ही साथ उनके बिमारी की चपेट में आने का खतरा भी टल जाएगा। उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा उठाया गया यह कदम काफी सराहनीय है। इससे दिव्यांग छात्रों को मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा और वह आसानी से दाखिला ले पाएंगे।