अब महिला आयोग सिर्फ नामचीन या प्रसिद्ध महिलाओं के लिए नहीं बल्कि गुमनाम चेहरों की सक्सेस स्टोरी को ढूंढ निकालेगा और दुनिया के सामने रखेगा। इसके लिए चौ. बंसीलाल यूनिवर्सिटी भिवानी व रिसर्च सेंटरों के साथ मिलकर काम होगा।
आज के समय में जहां लड़का और लड़की को सामान नजरों से समाज में सम्मान और अधिकार दिया जाता है वही इस औधे का महिलाओं ने बखूबी ख्याल रखा है, और अपने अंदर छिपी कलाकारी को निखार दुनिया के लिए कभी प्रेरणा का काम किया है।
परंतु आज भी कुछ ऐसी महिलाएं हैं जिसके अंदर अदाकारी और कलाकारी तो छिपी हुई है लेकिन उसे कभी इसे उभार के दुनिया के सामने रखने का मौका दिया तो मिला नहीं या तो उसे रखने नहीं दिया गया। वहीं कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं,
जिनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और अपने हुनर की बदौलत इन महिलाओं ने बड़े मुकाम हासिल किए हैं, मगर उन्हें नई पहचान नहीं मिल पाई है। हरियाणा के राज्य महिला आयोग ने ऐसी तमाम हुनरमंद महिलाओं को एक मंच पर लाकर उन्हें पहचान देने की मुहिम शुरू की है।
इसी कड़ी में अब हरियाणा महिला आयोग की ओर से प्रदेश की कम से कम 100 ऐसी लड़कियों व महिलाओं की तलाश की जा रही है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा के बलबूते पर देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन किया है।
ऐसी महिलाओं व लड़कियों की खोज भी आयोग के एजेंडे में शामिल है, जिन्हें आज तक कोई पहचान नहीं मिल पाई। इन सभी 100 लड़कियों व महिलाओं की सफलता की कहानी (सक्सेस स्टोरी) मैगजीन के रूप में प्रकाशित की जाएगी।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए राज्य महिला आयोग की कार्यवाहक चेयरपर्सन एवं उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज दलाल ने बताया कि उनकी देखरेख में 100 महिलाओं की सक्सेस स्टोरी की तलाश की जा रही है।
उन्होने बताया कि इस कार्य में भिवानी के चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय का सहयोग लिया जा सकता है। वहीं विश्वविद्यालय के उप कुलपति राजकुमार मित्तल और प्रीति भारद्वाज के बीच इस संबंध में विस्तृत चर्चा हो चुकी है।
विभिन्न विश्वविद्यालयों के वूमेेन स्टडी एंड रिसर्च सेंटर की विभागाध्यक्षों से भी इस कार्य में सहयोग लिया जा सकता है। सभी स्टडी सेंटर के पास सर्वे और पहचान के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है।
आयोग की कार्यवाहक चेयरपर्सन प्रीति भारद्वाज के अनुसार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं यह इच्छा जाहिर की है कि ऐसी तमाम महिलाओं को सामने लाया जाना जाए जिन्होंने अपने गांव, जिले, प्रदेश, देश और दुनिया में कुछ विशेष काम किया है
, ताकि उनसे प्रेरणा लेकर बाकी लड़कियां आगे बढ़ सकें। प्रीति भारद्वाज ने बताया कि उद्योग, खेल, फिल्म इंडस्ट्री, रंगमंच, समाजसेवा, आर्थिक क्षेत्र, विकास, पंचायती राज सिस्टम, राजनीति, प्रशासन, सांस्कृतिक क्षेत्र और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली इन सौ महिलाओं की सक्सेस स्टोरी तैयार की जा रही है।
इस पर करीब तीस फीसद काम पूरा हो चुका है और सत्तर फीसद काम बाकी है।
वहीं प्रिटी का कहना है कि जब भी हरियाणा की प्रतिभाशाली लड़कियों या महिलाओं का जिक्र होता है तो कुछ अधिकारियों, कुछ खिलाड़ियों तथा कुछ अधिकारियों के साथ ही कुछ राजनीतिज्ञों के नाम अंगुलियों पर गिनाए जा सकते हैं, लेकिन बहुत सी लड़कियां और महिलाएं ऐसी हैं
, जिन्होंने गुमनामी में रहते हुए बिजनेस खड़े कर दिए, देश में वह पंचायती राज सिस्टम में बदलाव की बड़ी वाहक बनी हैं, फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने अपने नाम के झंडे गाड़ दिए और गांव की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में अहम योगदान दिया है।
दिवंगत हो चुकी महिलाओं को मिलेगी एक बार फिर पहचान
कार्यवाहक चेयरपर्सन के अनुसार सभी लड़कियों व महिलाओं की सक्सेस स्टोरी आसान भाषा में प्रकाशित की जाएगी। कोई स्टोरी दो पेज से ज्यादा की नहीं होगी। उसमें फोटो भी सम्मिलित होंगे।
अधिकतर लड़कियों व महिलाओं का परिचय देते हुए उनसे उन्हीं की जुबानी बात की जाएगी, ताकि विशुद्ध रूप से उनकी अपनी बात देश व प्रदेश के सामने आ सके। प्रीति भारद्वाज ने बताया कि कुछ ऐसी महिलाएं भी हमारी जानकारी में आई हैं
, जो अब इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन अपने काम की बदौलत वह जानी जाती हैं। उन्हें आज तक कोई पहचान नहीं मिली। ऐसी महिलाओं की प्रतिभा और काबिलियत को हम सामने लाने का काम करेंगे