फरीदाबाद : कोरोना महामारी के बीच डेंगू और मलेरिया ने भी दबे पांव दस्तक दे दी है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ती दिखाई दे रही है । डॉक्टर का भी कहना है कि किसी व्यक्ति को कोरोना के साथ डेंगू या मलेरिया भी हो सकता है
बीते दिनों शहर में कई बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा मिले हैं जिला मलेरिया अधिकारी का कहना है कि अब तक मलेरिया के 4 केस सामने आ चुके है डेंगू का अभी तक कोई केस नहीं है
लेकिन सावधान रहने की जरूरत है आईएमए फरीदाबाद के प्रेसिडेंट डॉक्टर पुनीता हसीजा का कहना है कि डेंगू और मलेरिया के साथ टाइफाइड के मरीज सामने आ रहे हैं इन बीमारियों से ग्रसित किसी को भी यदि किसी को कोरोना हो जाता है तो हालत बिगड़ सकती है
सीनियर ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर भाटिया का कहना है कि अब लोगों को इनसे सतर्क रहने की जरूरत है अपने- अपने रोजगार को लेकर लोग बाहर निकल चुके हैं ऐसे में सभी के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है
वही इस बारे में डीएम फरीदाबाद यशपाल यादव का कहना है कि नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के साथ मीटिंग हो चुकी है और उनको डेंगू मलेरिया के मामलों पर काबू रखने के लिए कह दिया गया है
ये है डेंगू और मलेरिया के सामान्य लक्षण
डेंगू के सामान्य लक्षण
- ठंड लगने के साथ अचानक तेज बुखार चढ़ना।
- मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द। (इसी कारण इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं।)
- आंखों के पिछले भाग में दर्द होना, जो आंखों को दबाने या हिलाने से बढ़ जाता है।
- अत्यधिक कमजोरी लगना व भूख न लगना।
- गले में दर्द होना।
- शरीर पर लाल चकते होना।
मलेरिया के सामान्य लक्षण - अचानक बहुत ठंड लगना और तेज बुखार के साथ दांत बजना।
- शरीर में जलन, सिर व बदन दर्द, फिर पसीना आकर बुखार उतरना।
ऐसे करें डेंगू-मलेरिया से बचाव
घर के अंदर और आसपास मच्छर न पनपने दें।
रुके हुए पानी में मच्छर पैदा होते हैं। इसलिए पानी इकट्ठा न होने दें।
कूलर, फूलदान, रेफ्रिजरेटर की ट्रे हफ्ते में एक बार पूरी तरह खाली व साफ करने के बाद सुखाकर इस्तेमाल करें।
घर में टूटे बर्तन, गमले, फूलदान, टायर, नारियल के खोल में भी पानी जमा न होने दें।
पानी की टंकियों को हमेशा ढककर रखें।
गड्ढों को ढककर रखें। नालियों में सफाई रखें और पानी रुकने न दें।
जिस पानी को हटाना संभव न हो, वहां केरोसिन या मोबि ऑयल डाल दें।
शरीर का अधिक से अधिक हिस्सा ढकने वाले कपड़े पहनें।
डेंगू से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
दुनिया के लगभग 2.5 बिलियन लोग, या यूँ कहें कि दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी, उन क्षेत्रों में रहती है जहाँ डेंगू के फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है।
डेंगू, एशिया, अमेरिका, अफ्रीका और कैरिबियन द्वीप के कम से कम 100 देशों में स्थानिक रोग है।
डेंगू बुखार को ब्रेकबोन बुखार भी कहा जाता है।
इसके लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के 4 से 7 दिन बाद शुरू होते हैं और आमतौर पर 3 से 10 दिनों तक रहते हैं।
यदि डेंगू का उचित निदान जल्दी कर लिया जाता है तो इसका प्रभावी उपचार संभव है।