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सुशांत सिंह राजपूत  आत्म हत्या मामले के बाद आये दिन शहर में ऐसी खबरे आम हो रही है।आत्म हत्या एक बेहद गंभीर मामला है। अकसर ऐसा तब देखा जाता है जब इंसान अपनी रोजन मर्रा की जिंदगी से परेशान हो जाता है , या फिर अचानक उसकी ज़िन्दगी में कोई ऐसा हादसा हो जाये जो उसके बरदास के बहार हो। इंडिया में ऐसे हादसे आम हो गए है ,लेकिन दूसरी कॉन्ट्रिओ में आत्म  हत्या जैसे संगीम मामले को अपराध की श्रेणि  में देखा जाता है।

अफ्रीका और नाइजीरिया जैसी कंट्री में आत्म  हत्या करने वालो को अपराधी के रूप में देखा जाता है। इन दो कंट्री में जो व्यक्ति  आत्म हत्या जैसे संगीन  मामले को अंजाम देते है ,मरने के बाद उनकी डेथ बॉडी को हाथ भी नहीं लगाया जाता। अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की आत्म  हत्या जैसा मामला कितने संगीन  और अपराध जनक है।

अक्सर इस तरह की परेशानी युवा पीडिओ में देखि जाती है ,छोटी छोटी परेशानियों के चलते आज कल की युवा पीढ़ी डिप्रेशन जैसी बीमारी के शिकार हो जाते है और आत्म हत्या जैसे संगीन जुर्म को अंजाम देते है ।

ऐसी ही एक घटना फरीदाबाद से सामने आयी है ,
आशियाना फ्लैट 56 के निवासी रवि नमक व्यक्ति ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली । रवि कुछ दिनों से मानसिक तनाव में था , सुबह के समय जैसे ही रवि के घर वाले उसके कमरे में गए तो देखा पाया रवि छत पर लगे पंखे से लटका हुआ है आनन-फानन में मरीज को बीके अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित किया । पोस्टमार्टम करने के बाद मृतक के परिजनों को सब सौंप दिया गया ।

परिजन का कहना है मृतक काफी दिनों से परेशान चल रहा था जिसके चलते मृतक ने इसे अपराध को अंजाम दिया ।घर वालो ने कहा कि उन्हें उनकी मानसिक स्थिति का पता था लेकिन इतना विस्वास नही था कि इस तरीके का कदम उठाएगा मृतक।