धरने का अंदाज़ सुरीला, नगर निगम के बहार लगाई दुःख दर्द की महफ़िल

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भारत में धरने प्रदर्शन आम बात है लेकिन क्या आपने कभी धरने प्रदर्शन के अंदर कव्वाली होते, भजन होते देखा है? अगर नहीं तो हम आपको फरीदाबाद नगर निगम में हुए आज ऐसे ही प्रदर्शन के बारे में बता रहे हैं। दरअसल, वार्ड नंबर 5 के लोगों ने आज अनोखे अंदाज़ में निगम के बहार कव्वाली करके धरना प्रदर्शन किया है।

वार्ड नंबर 5 के लोगों की शिकायत है कि उनके यहां न तो साफ़ पानी आता है न नालीयों की सफाई होती है। इतनी गंदगी होती है यहां पर कि बदबू से जीना हराम हो जाये। लोगों की शिकायत है कि नगर निगम के कर्मचारी यहां पर ज़रा भी ध्यान नहीं देते हैं।

धरने का अंदाज़ सुरीला, नगर निगम के बहार लगाई दुःख दर्द की महफ़िल

प्रदर्शन के दौरान जिस कव्वाली को गाया जा रहा था उसके बोल कुछ इस तरह थे ” एमसीएफ वाले कमिशर साहब सुनलो हमारी” शिरडी वाले साई बाबा ऐसा गीत है जो सभी के दिलों में ज़िंदा है उसी गीत के ऊपर यहाँ के लोगों ने अपना गीत बना डाला और अपने दुःख दर्दों को ज़ाहिर किया।

गीत के बोल कुछ इस प्रकार भी थे कि “पीने का पानी भी नहीं आता, नाली की सफाई भी नहीं होती, जेई नहीं सुनता नहीं पार्षद कुछ करती नहीं” नगर निगम के अधिकारीयों को वेतन जनता के कामों को करने के लिए दिया जाता है, उनको परेशानी में डालने के लिए नहीं। पार्षद से टतंग हो कर यह लोग आज निगम में साई बाबा को तलाश रहे थे।

धरने का अंदाज़ सुरीला, नगर निगम के बहार लगाई दुःख दर्द की महफ़िल

इस महफ़िल को जो भी देख रहा था वह यही सोच रहा था कि दिन के समय जागरण क्यों हो रहा है? प्रदर्शनकारी अपने साथ माइक से लेकर हारमोनियम तक सब कुछ साथ में लेकर आये थे। लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए पार्षद होते हैं, लेकिन उनके होते हुए भी जनता महामारी के इस दौर में बिना किसी सावधानी बरते प्रदर्शन करें यह बात बहुत ही शर्म की बात है।