फरीदाबाद और दिल्ली की जान कही जाने वाली मेट्रो महामारी के कारण बंद पड़ी थी। बहुत से बदलाव भी हुए। लेकिन 2017 में मेट्रो के गुरुग्राम-फरीदाबाद रूट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार होने के बाद स्टेशनों में परिवर्तन किया जा रहा है। गुरुग्राम में निर्धारित 6 स्टेशनों की संख्या बढ़ाकर 10 की जा सकती है। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने अपने स्तर पर एक टीम गठित कर सर्वे करने के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली मेट्रो को यूँ ही जान नहीं कहा जाता यह समय के साथ – साथ ट्रैफिक भी बचा लेती है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन व हरियाणा मास रैपिड ट्रांजिट कॉरपोरेशन ने पूरे रूट पर 11 स्टेशन प्रस्तावित किए हैं। इसमें से 6 स्टेशन गुरुग्राम जिले में हैं, जबकि 5 स्टेशन फरीदाबाद में हैं।
फरीदाबाद से दिल्ली, गुरुग्राम जाने वालों की संख्या लाखों में है और लोग इसमें सफर करते हैं। जीएमडीए के सीईओ के मुताबिक गुरुग्राम-फरीदाबाद औद्योगिक क्षेत्र है, इसे देखते हुए जिले में तीन स्टेशन नाकाफी हैं। क्षेत्र में सर्वे कराकर इसकी रिपोर्ट के आधार पर स्टेशनों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव एचएमआरटीसी को दिया जाएगा।
महामारी कोरोना से लगे लॉकडाउन के बीच मेट्रो सेवाएं पूर्ण रूप से बंद हो गई थी। अब डीएमआरसी, एचएमआरटीसी समेत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण गुरुग्राम व फरीदाबाद प्रशासक ने प्रस्तावित गुरुग्राम-फरीदाबाद मेट्रो लाइन का सर्वे किया है। वाटिका चौक से शुरू हुए सर्वे के दौरान जीएमडीए के अधिकारी भी शामिल रहे। गुरुग्राम में इस लाइन को सेक्टर-55/56 की रैपिड मेट्रो लाइन से जोड़ा जाएगा।
गुरुग्राम हो या फरीदाबाद दोनों ही जिलों के करोडो लोग मेट्रों में सफर करते हैं। नई ख़बरों के मुताबिक एचएमआरटीसी ने 32.14 किमी लाइन पर जिले में वाटिका चौक, रोजवुड सिटी, सुशांत लोक फेज-3, सुशांत लोक, सेक्टर-55/56 समेत मांडी के स्टेशन को ही योजना में दिखाया है।
भविष्य को देखते हुए यह स्टेशन नाकाफी हैं। यहां मेट्रो लाइन के लिए जमीन अधिगृहीत नहीं की जानी है। केवल स्टेशन के लिए ही जरूरत पड़ने पर कुछ जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। भविष्य को देखते हुए प्रमुख स्थानों पर स्टेशन बनाए जाने की योजना बनाई जा रही है।